नई दिल्ली। आईपीएल 2022 में कमाल करने वाले उमरान मलिक और कुलदीप सेन वीजा नहीं मिलने के कारण ऑस्ट्रेलिया नहीं जा पाएंगे। इन दोनों खिलाड़ियों को ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप खेलने वाली टीम में नेट गेंदबाज के रूप में चुना गया था, लेकिन वीजा नहीं मिलने की वजह से उनका नाम वापस लिया जा सकता है। इन दोनों युवा खिलाड़ियों को ऑस्ट्रेलिया का वीजा मिलने में ज्यादा समय लग रहा है।
भारत की 15 सदस्यीय टीम में बल्लेबाजों का अभ्यास करना के लिए चार तेज गेंदबाजों को नेट गेंदबाज के रूप में चुना गया था। इसमें जम्मू कश्मीर के उमरान मलिक, मध्यप्रदेश के कुलदीप सेन के अलावा चेतन साकरिया और मुकेश चौधरी भी शामिल थे। इन चारों को भारत की मुख्य टीम के साथ पर्थ में अभ्यास करना था। साकरिया और मुकेश चौधरी टीम के बाकी खिलाड़ियों के साथ ऑस्ट्रेलिया पहुंच गए हैं और बल्लेबाजों को अभ्यास भी करा रहे हैं। ये दोनों खिलाड़ी एक प्रोग्राम का हिस्सा थे और इनके पास ऑस्ट्रेलिया का वीजा पहले से था, लेकिन कुलदीप और उमरान को वीजा नहीं मिल पाया और ये दोनों खिलाड़ी भारत में ही हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कुलदीप सेन और उमरान मलिक को वीजा मिलने में देरी के चलते अब बीसीसीआई ने अपना फैसला बदल दिया है। इन दोनों खिलाड़ियों को ऑस्ट्रेलिया नहीं भेजा जाएगा। इनकी जगह मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज और शार्दुल ठाकुर भारतीय टीम के साथ जुड़ेंगे। शमी पहले ही ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना हो चुके हैं।
क्यों नहीं मिल रहा वीजा?
आईसीसी के नियम के अनुसार हर टीम के 15 प्रमुख खिलाड़ी और रिजर्व के रूप में शामिल खिलाड़ियों को जल्दी वीजा देने का प्रावधान है, लेकिन नेट गेंदबाजों के लिए ऐसा कोई नियम नहीं है। भारत की टीम में मोहम्मद शमी, श्रेयस अय्यर, रवि बिश्नोई और दीपर चाहर रिजर्व खिलाड़ी के रूप में शामिल किए गए थे। हालांकि, बाद में चाहर चोट की वजह से इस टूर्नामेंट से बाहर हो गए।
उमरान मलिक और कुलदीप सेन आधिकारिक सूची में नहीं थे, इसलिए उनके वीजा की प्रक्रिया में अपेक्षा से अधिक समय लगा। भारतीय टीम पांच अक्तूबर को पर्थ के लिए रवाना हुई। उमरान और कुलदीप भी मुंबई में टीम होटल में पहुंचे थे। उन्हें इस उम्मीद में रुकने को कहा गया कि उनका वीजा आ जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बाद में दोनों खिलाड़ी घर लौट गए। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के लिए जम्मू और कश्मीर टीम में भी मलिक को शामिल किया गया है।
एक बीसीसीआई अधिकारी ने कहा “वे (मलिक और कुलदीप) अब (ऑस्ट्रेलिया) नहीं जाएंगे क्योंकि आईसीसी 17 अक्तूबर के बाद नेट गेंदबाज उपलब्ध कराएगी। वैसे भी, कुछ दिनों में अन्य नेट गेंदबाज वहां पहुंचेंगे। हमने उनके वीजा के लिए कोशिश की लेकिन समय पर वीजा नहीं मिला। इसलिए उन्हें सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेलने के लिए कहा गया है।
इस बीच, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने कहा है कि मलिक को विश्व कप के लिए 15 सदस्यीय टीम का हिस्सा होना चाहिए था। उन्होंने कहा “उमरान मलिक 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर रहे हैं। मेरा मतलब है, जब आपके पास दुनिया की सबसे अच्छी कार है, और आप इसे गैरेज में छोड़ देते हैं, तो उस कार के होने का क्या मतलब है? उमरान मलिक को विश्व कप के लिए भारतीय टीम में चुना जाना चाहिए था।”
उन्होंने आगे कहा “हां, वह युवा हैं। उनके पास ज्यादा अनुभव नहीं है, लेकिन वह 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करता है, इसलिए उसे टीम में शामिल करें। उसे ऑस्ट्रेलिया ले जाएं जहां उछाल मिलता है। 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार और 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने वाले खिलाड़ियों में फर्क होता है।”