राजद के चार बड़े नेताओं पर CBI का शिकंजा, दो सांसद और दो एमएलसी के घर छापेमारी 

राजद एमएलसी सुनील सिंह

राजद एमएलसी सुनील सिंह – फोटो : ANI

पटना। बिहार में महागठबंधन वाली सरकार को आज विधानसभा में बहुमत साबित करना है। इससे पहले राजद के चार बड़े नेताओं के घर पर सीबीआई ने छापेमारी की है। जानकारी के मुताबिक, राजद सांसद अशफाक करीम, फैयाज अहमद के अलावा एमएलसी सुनील सिंह और सुबोध राय के आवास पर सीबीआई की टीमें पहुंची हैं। सूत्रों का कहना है कि सीबीआई ने नौकरी घोटाले में कथित जमीन को लेकर छापेमारी की है।

इस मामले में सीबीआई ने तीसरी बार बिहार में छापेमारी की है। इससे पहले राजद के पूर्व विधायक और लालू यादव के ओएसडी भोला यादव को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। उनके कई ठिकानों पर भी छापेमारी की गई थी। वहीं सीबीआई के छापे पर एमएलसी सुनील सिंह ने भाजपा पर आरोप लगाया है। उन्होंने इस छापे को राजनीति से प्रेरित बताया। कहा, यह जानबूझकर किया जा रहा है। इसका कोई मतलब नहीं है। वे यह सोचकर ऐसा कर रहे हैं कि डर के मारे विधायक उनके पक्ष में आएंगे।

नौकरी देने के बदले जमीन लेने का आरोप
दरअसल, ये मामला साल 2004-2009 के रेलवे भर्ती घोटाले से जुड़ा है। आरोप है कि लालू यादव जब रेल मंत्री थे तब उस समय नौकरी के बदले जमीन देने के लिए कहा जाता था। चूंकि, पैसे लेने में रिस्क था इसलिए नौकरी के बदले जमीन ही ली जाती थी। वहीं इस तरह के अवैध काम को अंजाम देने के लिए लालू के उस समय के OSD भोला यादव को ही जिम्मेदारी दी गई थी।


राजद सांसद अशफाक करीम के घर भी पहुंची सीबीआई  
खबर है कि सीबीआई ने राजद सांसद अशफाक करीम के घर पर भी छापा मारा है। सीबीआई के कई अधिकारी उनके आवास पर पहुंचे हैं। यह छापेमारी भी लैंड स्कैम के संबंध में बताई जा रही है।  

सीबीआई नहीं यह भाजपा की छापेमारी: मनोज झा 
राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने सीबीआई की छापेमारी पर भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने कहा, यह ईडी, आईटी या सीबीआई की छापेमारी नहीं, बल्कि यह भाजपा की छापेमारी है। क्योंकि, ये एजेंसियां अब भाजपा के अधीन काम करती हैं। उन्होंने कहा, केंद्रीय एजेंसियां अब भाजपा की स्क्रिप्ट पर काम कर रही हैं। बिहार में आज फ्लोर टेस्ट है और यहां क्या हो रहा है? इसका अंदाजा हो गया है। उन्होंने कहा, हमारे डिप्टी सीएम ने कल ही बैठक में कहा था कि भाजपा अब इस स्तर पर पहुंचेंगी। 24 घंटे भी नहीं लगे और वे इतना नीचे गिर गए। उन्होंने कहा, नाराजगी इस बात की है कि उनके हिसाब से सरकार नहीं चली? जनकल्याण के लिए गठबंधन को बदल दिया गया।