पाकिस्तान की बुरी नजर अब 1000 डैम पर, आर्मी की सुरक्षा में जा सकते हैं 200 बांध

नई दिल्ली । भारत द्वारा पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों पर की गई स्ट्राइक के बाद पड़ोसी मुल्क तिलमिला उठा है। इसके बाद पाकिस्तान ने भारत के कई शहरों पर हमला करने की नाकाम कोशिश की है। सभी हमलों का करार जवाब दिया गया। खासतौर से मिसाइल हमलों को भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया है। नई दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी, एनएसए एवं दूसरे अहम मंत्रालयों के साथ लगातार बैठकें कर रहे हैं। बुधवार को विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने एक प्रेसवार्ता में कहा था कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान की तरफ से आगे भी हमले हो सकते हैं। केंद्र सरकार के विश्वस्त सूत्रों का कहना है, भारत के बांधों पर पाकिस्तान की बुरी नजर है। ऐसे में जो बड़े 200 से ज्यादा डैम हैं, वहां की सुरक्षा आर्मी को सौंपी जा सकती है। केंद्र सरकार, इस बाबत जल्द ही कोई बड़ा निर्णय लेने की तैयारी में है।

पाकिस्तान की नजर भारत के बांधों पर…
सूत्रों के मुताबिक, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारत सरकार ने साफ कर दिया है कि पाकिस्तान में जहां भी स्ट्राइक की गई है, वे सभी आतंकियों के ठिकाने हैं। आर्मी मुख्यालय/यूनिट और सिविल आबादी वाले क्षेत्रों को इस स्ट्राइक से दूर रखा गया है। पाकिस्तान ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद जम्मू कश्मीर और पंजाब के कई सीमावर्ती इलाकों में गोलीबारी की है। मिसाइलों से हमला करने का प्रयास किया गया, जिसे भारतीय सेना ने विफल कर दिया। सूत्रों का कहना है कि अब पाकिस्तान की नजर भारत के बांधों पर है। पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौता खत्म कर दिया है। इससे पाकिस्तान में जल संकट बढ़ता जा रहा है। 

डैम की मौजूदा सुरक्षा को बढ़ाने के निर्देश
भारत में प्रमुख बांधों की सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार गंभीर है। बुधवार को केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल के निवास पर एक अहम बैठक हुई थी। इसमें बांधों की सुरक्षा पर चर्चा की गई। सूत्रों का कहना है कि देश के प्रमुख बांधों की सुरक्षा, सेना के हवाले की जा सकती है। हालांकि यह निर्णय केंद्रीय गृह एवं रक्षा मंत्रालय द्वारा लिया जाना है। डैम की मौजूदा सुरक्षा को बढ़ाने के लिए कहा गया है। 

224 बांध एक सदी से अधिक पुराने
निर्दिष्ट बांधों के राष्ट्रीय रजिस्टर-2025 के तहत जारी डेटा के अनुसार, देश के कुल 6628 निर्दिष्ट बांध हैं। गत दिसंबर में संसद सत्र के दौरान राज्यसभा में एक लिखित सवाल के जवाब में जल शक्ति मंत्रालय में राज्यमंत्री राज भूषण चौधरी ने बताया था कि भारत में 1,065 बड़े बांध हैं। ये बांध 50 से 100 साल पुराने हैं। देश में 224 ऐसे बांध हैं, जो एक सदी से अधिक पुराने हैं। करीब 143 निर्माणाधीन बांध हैं। 

ओडिशा का हीराकुंड बांध भारत का सबसे लंबा
सरकार ने पुराने बांधों से उत्पन्न चुनौतियों का समाधान करने और बांध की विफलताओं से उत्पन्न होने वाली आपदाओं को रोकने के लिए बांध सुरक्षा अधिनियम, 2021 लागू किया है। देश के प्रमुख बांधों में टिहरी बांध, भाखड़ा नांगल बांध, सरदार सरोवर बांध, हीराकुंड बांध और नागार्जुन सागर शामिल हैं। टिहरी बांध उत्तराखंड में भागीरथी नदी पर बना भारत का सबसे ऊँचा बांध है। महानदी नदी पर बना ओडिशा का हीराकुंड बांध भारत का सबसे लंबा बांध है। तमिलनाडु में कल्लनाई बांध भारत का सबसे पुराना बांध है। यह कावेरी नदी पर बना है और लगभग 2000 साल पुराना है।