
मुल्लांपुर। पंजाब किंग्स ने चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) को 18 रन से हराकर जीत की पटरी पर वापसी कर ली। वहीं, चेन्नई ने लगातार चौथा मैच गंवाया। मंगलवार को मुल्लांपुर में खेले गए इस मुकाबले में पंजाब ने 20 ओवर में छह विकेट खोकर 219 रन बनाए थे। जवाब में सीएसके निर्धारित ओवरों में पांच विकेट खोकर सिर्फ 201 रन ही बना सकी। उनके लिए डेवोन कॉनवे ने अर्धशतकीय पारी खेली। पंजाब के लिए लॉकी फर्ग्यूसन ने दो विकेट हासिल किए जबकि यश ठाकुर और ग्लेन मैक्सवेल को एक-एक सफलता मिली।
चेन्नई की शुरुआत अच्छी हुई थी
220 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी चेन्नई को रचिन रवींद्र और डेवोन कॉनवे ने अच्छी शुरुआत दिलाई। दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 61 रनों की साझेदारी हुई जिसे मैक्सवेल ने तोड़ा। उन्होंने रचिन को प्रभसिमरन सिंह के हाथों कैच कराया। वह 23 गेंदों में 36 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद क्रीज पर आए कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ सिर्फ एक रन बनाकर पवेलियन लौट गए।
कॉनवे और शिवम ने संभाली पारी
तीसरे विकेट के लिए शिवम दुबे और डेवोन कॉनवे ने 51 गेंदों में 89 रन जोड़े। हालांकि, दुबे 42 रन बनाकर आउट हो गए। वह अपना अर्धशतक पूरा नहीं कर पाए। इसके बाद क्रीज पर महेंद्र सिंह धोनी बल्लेबाजी के लिए आए। अब टीम को जीत के लिए 25 गेंदों में 69 रनों की जरूरत थी। उन्होंने कॉनवे के साथ 12 गेंदों में 20 रन जोड़े। इसके बाद कॉनवे रिटायर्ड आउट हो गए।
कॉनवे ने जड़ा पचासा
सलामी बल्लेबाज ने इस मुकाबले में 69 रनों की दमदार पारी खेली। इस दौरान उन्होंने महज 37 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। इसी के साथ कॉनवे ने आईपीएल में 1000 रन भी पूरे कर लिए। वह सबसे कम पारियों में 1000 रन पूरे करने वाले तीसरे बल्लेबाज बन गए। कॉनवे के बाद क्रीज पर जडेजा पहुंचे। अब टीम को 12 गेंदों में 42 रनों की जरूरत थी। पारी का 19वां ओवर अर्शदीप सिंह ने डाला। इस ओवर में कुल 15 रन आए, अब जीत का अंतर छह गेंदों में 28 रन हो गया।
धोनी 27 रन बनाकर आउट हुए
पारी के आखिरी ओवर की पहली गेंद पर यश ठाकुर ने धोनी को युजवेंद्र चहल के हाथों कैच कराया। वह 12 गेंदों में एक चौके और तीन छक्के की मदद से 27 रन बना सके। वहीं, जडेजा और विजय शंकर क्रमश: नौ और दो रन बनाकर नाबाद रहे।
प्रियांश-शशांक ने रखी जीत की नींव
इससे पहले, पंजाब की शुरुआत खराब हुई। प्रभसिमरन सिंह बिना खाता खोले आउट हो गए। कप्तान श्रेयस अय्यर नौ, मार्कस स्टोइनिस चार, नेहल वढेरा नौ और ग्लेन मैक्सवेल सिर्फ एक रन बना सके। एक छोर पर प्रियांश आर्या डटे हुए थे तो दूसरी तरफ पंजाब के बल्लेबाज आउट होते जा रहे थे। तभी बाएं हाथ के बल्लेबाज प्रियांश को शशांक सिंह का साथ मिला। दोनों के बीच 34 गेंदों में 71 रन की साझेदारी हुई और स्कोर 150 के पार पहुंचा।
सीएसके के खिलाफ जमकर गरजा बल्ला
इस दौरान प्रियांश ने 39 गेंदों में शतक लगाकर अपनी क्षमता साबित कर दी। इसी के साथ वह आईपीए इतिहास का सबसे तेज शतक लगाने वाले संयुक्त रूप से चौथे बल्लेबाज बन गए हैं। प्रियांश ने इस मामले में सनराइडर्स हैदराबाद के ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ट्रेविस हेड की बराबरी कर ली है जिन्होंने पिछले सीजन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के खिलाफ इतने ही गेंदों पर शतक लगाया था। प्रियांश का आईपीएल में यह पहला शतक है। वह 42 गेंदों में 103 रन की पारी खेलकर आउट हुए। उन्हें नूर अहमद ने विजय शंकर के हाथों कैच आउट कराया।
शतक लगाने वाले आठवें अनकैप्ड बल्लेबाज
प्रियांश आईपीएल में शतक लगाने वाले आठें अनकैप्ड बल्लेबाज हैं। वह इस मामले में शॉन मार्श, यशस्वी जायसवाल जैसे बल्लेबाजों की सूची में शामिल हो गए हैं। आईपीएल में शतक लगाने वाले अनकैप्ड खिलाड़ियों में शॉन मार्श (2008), मनीष पांडे (2009), पॉल वालथटी (2009), देवदत्त पडिक्कल (2021), रजत पाटीदार (2022), यशस्वी जायसवाल (2022), प्रभसिमरन सिंह (2023) और प्रियांश आर्या (2025) शामिल हैं।
प्रियांश के बाद शशांक को मार्को यानसेन का साथ मिला। दोनों ने छठे विकेट के लिए 38 गेंदों में 65 रनों की दमदार साझेदारी निभाई और स्कोर 210 के पार पहुंचा दिया। शशांक 52 और यानसेन 34 रन बनाकर नाबाद रहे। सीएसके के लिए खलील अहमद और रविचंद्रन अश्विन ने दो-दो विकेट झटके। वहीं, मुकेश चौधरी को एक सफलता मिली।