छत्तीसगढ़: आज प्रदेशभर में कांग्रेस का प्रदर्शन, प्रदर्शनकारियों पर सकती है FIR; भूपेश बोले- ‘मेरे घर में कुछ नहीं मिला’

रायपुर। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के रायपुर और भिलाई निवास में चल रही CBI जांच खत्म हो गई हैं। बुधवार शाम जांच के बाद वापस लौट रही एजेंसी की गाड़ियों को प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रोकने की कोशिश की।

इस दौरान अधिकारियों ने इसका वीडियो बनाया, जिससे प्रदर्शनकारियों पर FIR दर्ज हो सकती है। वहीं, CBI की कार्रवाई के विरोध में आज कांग्रेस पूरे प्रदेशभर में केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगी।

बता दें कि बुधवार को CBI के कार्रवाई के दौरान कांग्रेसियों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें भूपेश बघेल के बंगले से जांच टीम बैग लेते निकल रही थी। तभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन्हें भी रोकने का प्रयास किया

जिला स्तर पर होगा कांग्रेस का प्रदर्शन

जिला स्तर पर आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के तमाम बड़े नेता मौजूद रहेंगे। बता दें कि ED के बाद अब CBI ने महादेव सट्टा एप मामले में बुधवार को भूपेश बघेल समेत उनके करीबियों के ठिकानों पर दबिश दी थी। कांग्रेस ने इसे द्वेषपूर्ण कार्रवाई करार देते हुए 27 मार्च को राज्यभर में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है।

भूपेश बोले – CBI सिर्फ फोटोकॉपी पर साइन करवाकर ले गई

CBI रेड के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार और BJP को लेकर कहा कि 30 तारीख को पीएम नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ आ रहे हैं। उनके भाषण का कंटेंट तैयार करने के लिए ये रेड डाली गई है। मेरे घर में कुछ नहीं मिला, तो CBI अधिकारी मेरे 3 मोबाइल ले गए।

बघेल ने कहा कि यह कार्रवाई पूरी तरह राजनीतिक द्वेष से प्रेरित है। 15 दिन पहले ED ने छापा मारा था, अब CBI आ गई। उन्हें पहले से पता था कि कुछ मिलने वाला नहीं है। जब ED कुछ नहीं निकाल पाई तो CBI भी सिर्फ फोटोकॉपी पर साइन करवाकर ले गई। ये बीजेपी का ओछा हथकंडा है।

उन्होंने आगे कहा, CBI ने मेरी सभी प्रॉपर्टी और जमीन के ओरिजनल दस्तावेज ले लिए। ये वही प्रॉपर्टी है जिसकी पहले रमन सिंह सरकार ने जांच कराई थी, फिर ED ने, और अब CBI कर रही है। अगर कुछ गलत होता तो पहले ही सामने आ चुका होता। ये सिर्फ चुनावी राजनीति के तहत किया जा रहा है।

ED के बाद अब CBI की कार्रवाई

बता दें कि 10 मार्च को महादेव सट्टा एप मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जांच की थी, लेकिन अब CBI ने इस मामले को अपने हाथ में लेते हुए बुधवार को रायपुर, भिलाई सहित प्रदेशभर में 24 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की।

CBI ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के रायपुर और भिलाई स्थित निवासों में छापा मारा और उनके काफिले की जांच भी करते नजर आए। वहीं भूपेश बघेल के करीबी लोगों के घरों पर भी छापे मारे।

भिलाई विधायक देवेंद्र यादव, पूर्व मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा, पूर्व IAS अधिकारी अनिल टुटेजा, पूर्व OSD मनीष बंछोर, सीएम सचिवालय में उप सचिव रहीं सौम्या चौरसिया सहित कई अन्य नेताओं, अधिकारियों और कारोबारियों के ठिकानों पर CBI ने जांच की।

महादेव एप घोटाले की जांच: जानिए पूरा मामला

छत्तीसगढ़ सरकार ने अगस्त 2024 में महादेव बेटिंग एप घोटाले की जांच CBI को सौंप दी थी। ED ने जनवरी 2024 में इस मामले की जांच शुरू की थी, जिसके बाद इसे आर्थिक अपराध शाखा (EOW) और एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) को भी सौंपा गया था।

मार्च 2025 में ACB ने इस मामले में चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी आरोपी बनाया गया। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 और 11 के तहत केस दर्ज किया गया था।

CBI की टीम ने मंगलवार तड़के छापेमारी शुरू की और पूरे दिन तलाशी अभियान जारी रखा। इस दौरान अधिकारियों के घरों, दफ्तरों और अन्य ठिकानों से कई दस्तावेज जब्त किए गए।

CBI ने महादेव एप घोटाले से जुड़े बैंक ट्रांजेक्शंस, प्रॉपर्टी डील और अन्य आर्थिक लेन-देन की जांच के लिए कई डिजिटल डिवाइसेज भी जब्त की हैं।

कांग्रेस का प्रदेशव्यापी विरोध प्रदर्शन

CBI और ED की कार्रवाई को द्वेषपूर्ण बताते हुए कांग्रेस ने आज पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। सभी जिला मुख्यालयों में कांग्रेस कार्यकर्ता केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करेंगे और पुतला दहन करेंगे। कांग्रेस ने इस कार्रवाई को ‘लोकतंत्र के खिलाफ साजिश’ बताया है।

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यह कार्रवाई बीजेपी सरकार के इशारे पर की जा रही है। कांग्रेस का आरोप है कि लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष के नेताओं को परेशान करने के लिए इस तरह की जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है।