छत्तीसगढ़: विधानसभा में महतारी वंदन योजना पर हंगामा, विपक्ष ने सदन से किया वॉकआउट

CG Budget Session 2025: विधानसभा में महतारी वंदन योजना पर हंगामा, विपक्ष ने सदन से किया वॉकआउट

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के छठवें दिन की कार्यवाही जारी है. इस दौरान सदन में महतारी वंदन योजना को लेकर जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस विधायक उमेश पटेल ने हितग्राहियों की संख्या में गिरावट को लेकर सवाल खड़े किए। इस मुद्दे पर विपक्ष ने सरकार को घेरते हुए पेंशनधारी महिलाओं को योजना का लाभ न मिलने का आरोप लगाया। इस बीच मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के जवाब से असंतुष्ट विपक्षी सदस्यों ने विधानसभा से वॉकआउट कर दिया।

विधायक उमेश पटेल ने प्रश्नकाल में प्रदेश में महतारी वंदनयोजना के अंतर्गत पंजीकृत हितग्राही का मामला उठाया. क्या वर्तमान में इनकी संख्या में कमी आई है? क्यों ? इसमें फर्जी नाम से लाभ लेने का मामला आया है? ये कहाँ कहाँ संज्ञान में आए हैं ? क्या इसके सत्यापन का कोई नियम है?

मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े
इसमें प्रथम पंजीयन 20/2/204 तक कुल 7027154 हितग्राही द्वारा आवेदन किया गया था। पंजीकृत आवेदकों में 6963621 हितग्राही पात्र हैं। कमी आई है पर यह हितग्राही की मृत्यु होने से ,लाभ त्याग करने, दो आवेदन के प्रकरण या अपात्र होने के कारण आई है। फर्जी नाम से लाभ प्रात होने का मामला बस्तर जिले से प्रात हुआ है।

विधायक उमेश पटेल
आज की स्थिति में कम लोग हैं, आपने जांच कितनी बार कराई और कब कब कराई?

मंत्री – योजना के बारे जो हमने अकड़ा बताया है इसमें कमी आने का कारण कई लोगों की मृत्यु, कई का लाभ त्याग हुआ है जांच समय समय पर होते हैं। डेट उपलब्ध करा दी जाएगी।

विधायक-कई अपात्र निकले एक मामला बस्तर से प्राप्त हुआ इसकी जांच कराई गई है क्या? जानकारी दें।

मंत्री – बस्तर जिले के एक गांव में फर्जी नाम से पैसा लिया जा रहा था जिसमें कार्यवाही कार्यकर्ता पर कड़ी कार्यवाही की गई थी यह विषय जब आया तब विभाग ने निर्देशित किया।

विधायक– आपने जांच कब कराया कोई तारीख?

विधायक– समय समय पर जांच होते रहते हैं।मामला संज्ञान में आने के बाद भी जांच नहीं हो रही इसकी क्राइटेरिया क्या होनी चाहिए हितग्राही के लिए?

मंत्री– सबसे पहले वह आयकर दाता ना हो वर्ग 123 ना हो पात्रता श्रेणी के लिए 21 से अधिक हो, शादीशुदा हो, विधवा भी हो सकती है, आयकरदाता न हो।

विधायक– घोषणा पत्र में केवल आयकर की बात रखी थी फिर अन्य क्राइटेरिया क्यों बताया जा रहा है?

मंत्री– 2023 के चुनाव में हमने इस योजना के तहत लाभ देने का वादा किया था जो पहली किस्त में हमने उन्हें उपलब्ध भी कराया। पूर्ववर्ती सरकार में इन्होंने भी यह वादा किया था वो तो दिखा ही नहीं पर हमने कम समय में इस योजना का लाभ पहुंचाया है।

विद्यायक – जो महिलाएं 60 साल से ऊपर हैं और वो हितग्राही हुआ, उन्हें पेंशन मिल रहा है तो क्या उसे काटा जा रहा है या 500 रु दी जा रही है?

मंत्री – उन्हें अंतर की राशि दी जा रही है।

विद्यायक – यह तो महिलाओं के साथ आपलोग धोखा कर रहे हैं जरूरतंद महिलाओं को पूरा पैसा नहीं दिया जा रहा है? आप यही घोषणा कर दें कि उनके 500 की राशि नहीं काटी जाएगी

मंत्री – आपने 5 साल तो विधवा महिलाओं को 1000 रु नहीं दे पाए हम तो अब कई बार किस्त दे पाए हैं।

सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच घोषणा करने को लेकर तीखी बहस सत्ता पक्ष के जवाब से असंतुष्ट होकर विपक्ष ने किया सदन से वॉक आऊट किया।