नई दिल्ली। बांग्लादेश में काली मंदिर से मुकुट चोरी होने की घटना और दुर्गा पूजा पंडालों पर हमले पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने चिंता जताई है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि मंदिरों और देवताओं को अपवित्र करने की घटनाएं निंदनीय हैं। यह अपवित्रता का व्यवस्थित पैटर्न है। बांग्लादेश सरकार हिंदुओं, अल्पसंख्यकों और उनके पूजा स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
दरअसल बांग्लादेश में इस बार हिंदू समुदाय के लोग शांति से दुर्गा पूजा उत्सव भी नहीं मना पाए और दुर्गा पूजा पंडालों को कट्टरपंथियों द्वारा निशाना बनाने की 35 घटनाएं हुईं। पुलिस ने बताया कि नवरात्रि उत्सव के दौरान बीते एक महीने में पूरे देश में दुर्गा पूजा पंडालों में 35 अप्रिय घटनाएं हुई हैं। इससे एक दिन पहले ही बांग्लादेश के प्रसिद्ध जेशोरेश्वरी मंदिर में मां काली का मुकुट चोरी होने की घटना घटी थी। यह मुकुट प्रधानमंत्री मोदी ने साल 2021 में बांग्लादेश दौरे पर मां काली की प्रतिमा को भेंट किया था। इसके बाद कट्टरपंथियों ने चटगांव शहर में दुर्गा पूजा के मंच पर इस्लामी गीत गाया।
लोगों ने बताया कि पहले समूह ने एक धर्मनिरपेक्ष गीत गाया, लेकिन दूसरा गीत इस्लामी गीत था। उन्होंने बताया कि दुर्गा पूजा पंडाल के मंच से इस्लामी गीत गाने से हिंदू समुदाय और वहां मौजूद हिंदुओं में आक्रोश फैल गया। मामले में पूजा समिति के अध्यक्ष असीस भट्टाचार्य ने बताया, हम मेहमानों के स्वागत में व्यस्त थे। इसी दौरान कुछ लोगों ने इस्लामी गीत गाना शुरू कर दिया।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमने ढाका के तांती बाजार में पूजा पंडाल पर हमले और काली मंदिर से मुकुट चोरी होने पर चिंता जताई है। ये घटनाएं मंदिरों और पूजा पंडालों को अपवित्र करने का अव्यवस्थित पैटर्न है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि बांग्लादेश सरकार सुरक्षा सुनिश्चित करे।
भारतीय उच्चायोग ने चोरी की घटना पर जताई थी चिंता
ढाका में भारतीय उच्चायोग ने मुकुट की चोरी की रिपोर्ट पर चिंता व्यक्त की थी। उच्चायोग ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा था कि हमने 2021 में बांग्लादेश की अपनी यात्रा के दौरान पीएम मोदी की तरफ से जेशोरेश्वरी काली मंदिर (सतखिरा) को उपहार में दिए गए मुकुट की चोरी की रिपोर्ट देखी। हम गहरी चिंता व्यक्त करते हैं और बांग्लादेश सरकार से चोरी की जांच करने, मुकुट को बरामद करने और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह करते हैं।