रायपुर। मध्य भारत में ऑन्कोलॉजी के क्षेत्र में अग्रणी बालको मेडिकल सेंटर (बीएमसी) वार्षिक बीएमसी छत्तीसगढ़ कैंसर कॉन्क्लेव का आयोजन करेगा। इस वर्ष की थीम “चूजिंग वाइजली-2024 – कॉमन सेंस ऑन्कोलॉजी फॉर आउटकम्स दैट मैटर” के तहत बीएमसी का उद्देश्य विशेष रूप से मध्य भारत में कैंसर देखभाल की पहुंच और गुणवत्तापूर्ण इलाज का समाधान करना है। यह सम्मेलन भारत में ईकैंसर, टाटा मेमोरियल सेंटर, मुंबई और नेशनल कैंसर ग्रिड के सहयोग से आयोजित होने वाली चूजिंग वाइजली बैठक के पांचवें वर्ष के अवसर पर किया जा रहा है।
बालको मेडिकल सेंटर की चिकित्सा निदेशक डॉ. भावना सिरोही ने कहा कि बीएमसी छत्तीसगढ़ कैंसर कॉन्क्लेव का उद्घाटन एक बड़ी सफलता थी। उन्होंने आगे कहा कि इस वर्ष की थीम कैंसर देखभाल के लिए रोगी-केंद्रित दृष्टिकोण पर आधारित है जो एवीडेंस, सस्टेनबिलिटी और फाइनेंशियल वायबिलिटी को प्राथमिकता देती है। बैठक का साइंटिफिक एजेंडा अनुसंधान प्राथमिकताओं को बेहतर तरीके से निर्धारित करने, भारत में यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज (यूएचसी), पेशेंट एडवोकेसी, एवीडेंस जनरेशन, इंटरप्रिटेशन और कम्युनिकेशन जैसे प्रमुख विषयों पर केंद्रित होगा। वैश्विक और क्षेत्रीय विशेषज्ञों को एक साथ लाकर हमारा उद्देश्य गुणवत्ता को बढ़ावा देना और सूचित क्लिनिकल निर्णय लेना है जो वास्तव में रोगियों के लिए महत्वपूर्ण हैं।
20 सितंबर को नया रायपुर में आयोजित सम्मेलन के दौरान बालको मेडिकल सेंटर में पैनक्रिएटिक एंड गैस्ट्रिक कैंसर पर एक लाइव सर्जिकल प्रदर्शन आयोजित की जाएगी। पहली बार इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय ऑन्कोलॉजी नर्सिंग कॉन्क्लेव के साथ कार्यशाला के विविध कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।
ई-कैंसर ग्लोबल फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित बीएमसी छत्तीसगढ़ कैंसर कॉन्क्लेव का उद्देश्य कैंसर शिक्षा में परिवर्तन, चिकित्सकों, नर्सों, शोधकर्ताओं और रोगी के समर्थन के लिए ज्ञान के आदान-प्रदान एवं कौशल वृद्धि को बढ़ावा देना है।