नई दिल्ली। राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने विवादों से घिरी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी के अंतिम परिणाम घोषित कर दिए हैं। उच्चतम न्यायालय के निर्देश के बाद भौतिकी के एक प्रश्न के अंकों को ध्यान में रखते हुए परिणाम घोषित किए गए , जिसके बारे में एनटीए ने कहा था कि उसके दो उत्तर सही हैं।
17 उम्मीदवार टॉपर
अधिकारियों ने बताया कि आज के परिणामों में 17 उम्मीदवार शीर्ष स्थान पर हैं, जबकि संशोधित परिणामों में 61 उम्मीदवार शीर्ष स्थान पर थे। पहले टॉपर घोषित किए गए 67 उम्मीदवारों में से 44 को भौतिकी के उस विशेष प्रश्न के लिए दिए गए अंकों के कारण पूरे अंक मिले थे। बाद में टॉपर्स की संख्या घटाकर 61 कर दी गई, क्योंकि एजेंसी ने कुछ परीक्षा केंद्रों पर समय की बर्बादी की भरपाई के लिए छह उम्मीदवारों को दिए गए ग्रेस मार्क्स वापस ले लिए।
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को विवादों से भरी इस परीक्षा को रद्द करने और दोबारा कराने की मांग वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया और कहा कि रिकॉर्ड में ऐसा कोई सबूत नहीं है जिससे यह निष्कर्ष निकाला जा सके कि इसकी पवित्रता के “प्रणालीगत उल्लंघन” के कारण यह “दूषित” हुई है।
यह फैसला एनडीए सरकार और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) के लिए राहत की बात है, जो 5 मई को आयोजित प्रतिष्ठित परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक, धोखाधड़ी और प्रतिरूपण जैसे बड़े पैमाने पर कदाचार के आरोप में सड़कों और संसद में कड़ी आलोचना और विरोध का सामना कर रहे थे।
सीबीआई नीट-यूजी 2024 में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही है और उसने छह एफआईआर दर्ज की हैं। नीट-यूजी का आयोजन राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी द्वारा सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए किया जाता है।