नई दिल्ली। भारत के टी20 विश्व कप 2024 विश्व कप जीतने का जश्न फैंस अब तक मना रहे हैं। बारबाडोस में मौजूद खुद टीम इंडिया के खिलाड़ी अब तक जश्न मना रहे हैं। इस बीच भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में कई दिलचस्प बातों पर से पर्दा उठाया है। उन्होंने बताया है कि टी20 विश्व कप ट्रॉफी जीतने के बाद किस खिलाड़ी ने सबसे ज्यादा डांस किया था। साथ ही कप्तान रोहित शर्मा के खास बात को भी याद किया, जो उन्होंने फाइनल से पहले टीम को कही थी।
किसने किया सबसे ज्यादा डांस?
भारतीय टीम – फोटो : ICC/T20 World Cup/BCCI
सूर्या ने कहा- डांस करते वक्त किसी के पैर नहीं रुके। सभी ने जमकर डांस किया, जो फ्रेश थे उन्हें ज्यादा नाचना था लेकिन जो थके हुए थे उन्हें कुछ आराम करने की अनुमति दी गई थी। हम जानते थे कि ऐसे क्षण अक्सर नहीं आते हैं। साथ ही हम जानते थे कि हम इस प्रारूप में भारत के लिए कुछ शीर्ष खिलाड़ियों को खेलते हुए नहीं देख पाएंगे। हम अब ड्रेसिंग रूम साझा नहीं करेंगे। इसलिए हमने मौके को जाने नहीं दिया।
फाइनल से पहले कैसा माहौल था?
भारतीय टीम – फोटो : ICC/BCCI
यह पूछे जाने पर कि क्या फाइनल से पहले का माहौल 2023 वनडे विश्व कप से बेहतर था? सूर्या ने कहा- हम जिस तरह से भारत में खेल रहे थे, फाइनल से एक दिन पहले हमने सोचा कि हमें मैदान पर जाकर ट्रॉफी उठानी है। पर यह विश्व कप हमारे लिए सीखने का अनुभव था और हमने अपनी गलतियों को सुधार लिया। 2023 में हम बहुत कुछ सोच रहे थे जो हमने इस बार नहीं किया और देखो काम हो गया। इस टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले हमने फैसला किया कि हम इस बारे में बात नहीं करेंगे कि टूर्नामेंट में आगे क्या होगा। किसी ने भी सुपर 8 के बारे में नहीं सोचा था और बारबाडोस में फाइनल के लिए भी यही सच था। हमारा मन वहीं होना चाहिए जहां हमारे पैर हैं (जमीन पर)। यही हमारा आदर्श वाक्य था।
कैसी रही थी सूर्या की बल्लेबाजी?
सूर्यकुमार यादव – फोटो : ICC/T20 World Cup
टूर्नामेंट के दौरान उनकी बल्लेबाजी के बारे में पूछे जाने पर सूर्या ने कहा- अगर मेरा विश्व कप अच्छा नहीं भी होता तो भी मैं यह (आईसीसी पदक) जीत जाता। मुझे याद है कि विश्व कप की शुरुआत में, रोहित भाई ने कहा था, ‘मैं तुम्हें नहीं बताऊंगा, इस टूर्नामेंट में तुम्हें कैसे खेलना है। उन्होंने कहा था कि तुम्हें खुद फैसला करना है कि टीम को आक्रामक पारी की जरूरत है या मेरे क्रीज पर टिक कर खेलने की। वह मुझे कुछ नहीं बताएंगे। अमेरिका के खिलाफ मैच के बाद उन्होंने कहा ‘मैं चाहता था कि आप क्रीज पर रहें’। मुझे पता था कि अगर मैं अंत तक बल्लेबाजी करता रहा तो हम मैच जीत जाएंगे। यह मेरे लिए एक असामान्य पारी थी, क्योंकि मैंने 49 गेंदों में 50 रन बनाए थे। कई बार टीम के लिए ऐसी पारियां खेलनी पड़ती हैं।
रोहित ने दिया था खास संदेश
टी20 विश्व कप 2024 – फोटो : BCCI/ICC
सूर्या ने कहा- फाइनल से पहले रोहित ने हमें इसे सरल रखने के लिए कहा था, लेकिन कहा था, ‘मैं अकेले इस पहाड़ पर नहीं चढ़ सकता। अगर मुझे पीक पर पहुंचना है, तो मुझे सभी के ऑक्सीजन की आवश्यकता होगी। मैंने पिछले चार-पांच साल में काफी क्रिकेट खेली है, फिर चाहे वह आईपीएल हो या अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट। रोहित खिलाड़ियों से जुड़ते हैं। मैदान के बाहर, चाहे वह होटल के कमरे में हो, या समुद्र तट पर, वह हर किसी के साथ जुड़ते हैं। इसलिए जब मुश्किल स्थिति आती है तो खिलाड़ियों को पता होता है कि वह हमारा समर्थन करेंगे।
द्रविड़ ने निभाया था यह किरदार
टी20 विश्व कप 2024 – फोटो : BCCI/ICC
द्रविड़ के किरदार के बारे में पूछे जाने पर सूर्या ने कहा- दीवार कभी छुपा नहीं है और इंद्रनगर के दीवार को कोई भी छुपा नहीं सकता है। उन्होंने एक दीवार बनाई है जो हमें लोगों की अपेक्षाओं, दबाव से बचाती है और खिलाड़ियों को आराम प्रदान करती है। उन्होंने कभी अपना अनुभव किसी पर नहीं थोपा। वह दूसरों को समझते हैं और सोचते हैं कि दूसरे क्या सोच रहा है। ये छोटी-छोटी चीजें हैं जो हम टूर्नामेंट जीतने के बाद भूल जाते हैं। उनका योगदान बहुत बड़ा था। उनका सेंस ऑफ ह्यूमर कमाल का है।
द्रविड़ को लेकर एक मजेदार कहानी
टी20 विश्व कप 2024 – फोटो : BCCI/ICC
सूर्या ने कहा- टूर्नामेंट से पहले द्रविड़ ने पूरी भारतीय टीम द्वारा खेले गए टी20 मैचों की संख्या का एक ग्राफ दिखाया। विराट भाई से यशस्वी जायसवाल तक, ग्राफ की संख्या 800 से अधिक थी और फिर उन्होंने एक दूसरी स्लाइड दिखाई जिसमें द्रविड़ भाई सहित पूरे कोचिंग स्टाफ ने जितने मैच खेले थे। वह संख्या 1 थी। उन्होंने हमसे कहा, ‘आप सही समय पर सही निर्णय लेने के लिए यहां सबसे अच्छे न्यायाधीश हैं। इसलिए बाकी सब चीजें हम पर छोड़ दो, मैदान पर जाओ और अपने खेल का मजा लो।’ यह सकारात्मकता फैलाता है। इस बार उन्होंने कई वैकल्पिक अभ्यास सत्र रखे लेकिन यह पहली बार था जब सभी वैकल्पिक अभ्यास सत्र के लिए आना चाहते थे। हर कोई एक-दूसरे के साथ समय बिताना चाहता था। एक बार उन्होंने ग्रुप पर संदेश दिया कि वह बीच पर जा रहे हैं और सभी 15 खिलाड़ी वहां मौजूद हैं। इस बार एक अलग ही माहौल था।