रायपुर। छत्तीसगढ़ में 570 करोड़ के कोल लेवी वसूली मामले 2 और गिरफ्तारी हुई है। 13 जून को ईओडब्ल्यू ने बिलासपुर और कोरबा के दो व्यापारियों को गिरफ्तार किया है। दोनों को 14 जून को रायपुर की स्पेशल कोर्ट में पेश कर 20 जून तक पूछताछ के लिए रिमांड लिया गया है।
सूत्रों के मुताबिक, EOW ने पिछले दिनों निलंबित आईएएस रानू साहू, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उप सचिव सौम्या चौरसिया और कोल कारोबारी सूर्यकांत तिवारी को रिमांड में लेकर पूछताछ की थी। इसी पूछताछ में बिलासपुर के व्यापारी हेमंत जायसवाल और कोरबा के व्यापारी चंद्र प्रकाश जायसवाल का नाम सामने आया है।
वहीं कोल मामले में 12 जून को सूर्यकांत तिवारी और निलंबित IAS समीर विश्नोई को EOW रिमांड खत्म होने के बाद पेश किया गया था। जहां सुनवाई के बाद दोनों को 18 जून तक न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
छत्तीसगढ़ में अवैध कोल लेवी वसूली का मामला ईडी की रेड में सामने आया था। दावा है कि, कोल परिवहन में कोल व्यापारियों से वसूली करने के लिए ऑनलाइन मिलने वाले परमिट को ऑफलाइन कर दिया गया था। खनिज विभाग के तत्कालीन संचालक आईएएस समीर बिश्नोई ने 15 जुलाई 2020 को इसके लिए आदेश जारी किया था।
इसके लिए सिंडिकेट बनाकर वसूली की जाती थी। पूरे मामले का मास्टरमाइंड किंगपिन कोल व्यापारी सूर्यकांत तिवारी को माना गया। जो व्यापारी 25 रुपए प्रति टन के हिसाब से अवैध रकम सूर्यकांत के कर्मचारियों के पास जमा करता था उसे ही खनिज विभाग पीट पास और परिवहन पास जारी करता था। इस तरह से स्कैम कर कुल 570 करोड रुपए की वसूली की गई।
आरोप यह भी है कि पूरे मामले के किंगपिन सूर्यकांत तिवारी को पूर्व CM भूपेश बघेल की उपसचिव सौम्या चौरसिया का संरक्षण प्राप्त था। ईडी की रेड में पहले आईएएस समीर बिश्नोई फिर कोल कारोबारी सूर्यकांत तिवारी को गिरफ्तार किया गया।
दूसरे चरण में उनसे पूछताछ के बाद कोल व्यापारी सुनील अग्रवाल, लक्ष्मीकांत तिवारी को गिरफ्तार किया गया। साथ ही IAS रानू साहू और सौम्या चौरसिया को भी गिरफ्तार किया गया। ईओडब्ल्यू की गिरफ्तारी को अवैध बताते हुए सौम्या ने सुप्रीम कोर्ट तक में जमानत याचिका लगाई पर उन्हें जमानत नहीं मिल पाई।
ईडी के बाद राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने भी अवैध कोल लेवी वसूली मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू की। पिछले दिनों ईओडब्ल्यू ने निलंबित आईएएस रानू साहू, सौम्या चौरसिया, सूर्यकांत तिवारी जो जेल में बंद थे उन्हें रिमांड लेकर पूछताछ की थी।
सूत्रों के अनुसार पूछताछ में अब फिर दो कोल कारोबारियों के नाम सामने आए हैं। ईओडब्ल्यू ने प्रेस नोट जारी कर बताया है कि बिलासपुर के व्यापारी हेमंत जायसवाल और कोरबा के व्यापारी चंद्र प्रकाश जायसवाल की इस केस से जुड़े होने की बात कही है।