रायपुर। ‘जी भाई साहब, किसी के पास फोन आया क्या?’ नहीं किसी के पास फोन नहीं आया! कोई माहौल नहीं है, यहां से किसी को नहीं बना रहे लगता है… दिल्ली में छत्तीसगढ़ भवन के भीतर भाजपा के 2 बड़े नेताओं के बीच की बातचीत में कुछ ऐसा ही कहा गया।
दोपहर तक तो मायूसी ही छाई रही। मगर करीब दोपहर 2 बजे के आस-पास हलचल तेज हो गई। चर्चा होने लगी कि फोन आ गया। किसे कॉल आया इसे लेकर कंफ्यूजन था। फिर पता लगा कि तोखन साहू के पास PMO से कॉल आया है। कुछ नेता तोखन के कमरे की ओर गए। तोखन वहां नहीं थे। चर्चाएं शुरू होने लगीं। पता चला कि कॉल आने के बाद तोखन फौरन नरेंद्र मोदी की बुलाई बैठक में गए हैं। कुछ देर बाद नेताओं से तोखन की मुलाकात हुई फिर बधाई देने का सिलसिला शुरु हुआ जो चलता ही रहा।
कहीं खुशी कहीं गम
चर्चा थी कि छत्तीसगढ़ से मंत्री बनने वालों में बृजमोहन अग्रवाल, विजय बघेल, संतोष पांडे हो सकते हैं। मगर इन सीनियर नेताओं को मौका नहीं मिला। इस वजह से इनके समर्थकों में वैसी खुशी दिखाई नहीं दी। दूसरी ओर तोखन को मौका मिलते ही सभी ने उन्हें बधाई दी। तोखन समर्थकों के लिए ये किसी सरप्राइज की तरह रहा। रायपुर से रविवार को कई नेता दिल्ली जा पहुंचे और केंद्रीय मंत्री बनने जा रहे तोखन को गुलदस्ते देकर बधाई दी।
सभी तोखन साहू से मिल रहे हैं। उन्हें बधाई दे रहे हैं। छत्तीसगढ़ से एक तो मंत्री मिला इस बात की खुशी नेताओं में दिख रही है। तोखन सभी सीनियर नेताओं का शुक्रिया अदा कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ को प्रतिनिधित्व मिलने पर उन्होंने नरेंद्र मोदी का आभार जताया। मगर ये सब दोपहर के बाद हुआ।
इससे पहले रविवार सुबह 9 बजे के बाद जब दूसरे प्रदेशों के लोगों को मंत्री बनाने की कंफर्मेशन आ रही थी स्थानीय नेताओं का सारा जोश ठंडा होता चला गया। कोई कमरे से नहीं निकला तो कोई नेता बस उदासी में अखबार पढ़ता रहा। एक दूसरे से इधर-उधर की बातें हो रही हैं। सभी के चेहरों पर इस बात की उदासी रही कि छत्तीसगढ़ से फिलहाल किसी को मंत्री नहीं बनाया जा रहा।
पास का जुगाड़
तय संख्या से अधिक नेता छत्तीसगढ़ से दिल्ली पहुंच गए हैं। चाय नाश्ते का दौर चल रहा है और शाम को शपथ ग्रहण कार्यक्रम में दर्शक दीर्घा में बैठने को लेकर बातचीत हो रही है। सूत्रों ने बताया कि, राष्ट्रपति भवन में एंट्री विशेष पास के जरिए दी जाएगी। छत्तीसगढ़ के कुछ नेताओं को पास नहीं मिले हैं, पास लेने के लिए लगातार नेता इधर-उधर फोन लगाकर जुगाड़ कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ के सीनियर नेताओं को जातिगत समीकरणों का ध्यान रखते हुए राज्य मंत्री का दर्जा दिया जा सकता है। इससे पहले भी नरेंद्र मोदी कैबिनेट में विष्णुदेव साय, रेणुका सिंह जैसे नेता छत्तीसगढ़ से थे, जो कि राज्य मंत्री के पदों पर जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही राज्य मंत्री का पद छत्तीसगढ़ के कुछ नेताओं को दिया जा सकता है।