नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 की मतगणना पूरी हो गई है। सभी 543 सीटों के नतीजे आ चुके हैं। चुनाव परिणामों में भारतीय जनता पार्टी जहां अकेले बहुमत तक नहीं पहुंच सकी वहीं विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ को खासी मजबूती मिली है। बावजूद इसके राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सरकार बनती दिख रही है। खुद प्रधानमंत्री मोदी सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त दिखे। आज आए परिणामों में कई जीत-हार बड़ी रोचक रहीं। हम आपको उन पांच उम्मीदवारों के बारे में बताएंगे जिन्होंने 2024 के आम चुनाव में सबसे बड़ी और सबसे छोटी जीत दर्ज की है।
1. शंकर लालवानी (भाजपा)- इंदौर (मध्य प्रदेश) ने 1175092 मतों के बड़े अंतर से जीत दर्ज की है। उन्हें कुल 1226751 मत मिले।
2. रकीबुल हुसैन (कांग्रेस)- असम के धुबरी से 10.12 लाख के अंतर से जीत हासिल की।
3. शिवराज सिंह चौहान (भाजपा)- मध्य प्रदेश के विदिशा से 8.21 लाख वोटों से जीत दर्ज की।
4. सीआर पाटिल (भाजपा) – नवसारी सीट (गुजरात) पर लगातार दूसरे आम चुनाव में बड़े मतों के अंतर से जीत दर्ज की। उन्होंने विपक्षी उम्मीदवार को 773551 मतों के अंतर से हराया। उन्हें कुल 1031065 वोट मिले।
5. अमित शाह (भाजपा)- गांधीनगर सीट पर 7.44 लाख से अधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज की।
अब उन पांच उम्मीदवारों पर भी नजर डालते हैं, जिन्होंने सबसे कम मतों के अंतर से जीत दर्ज की है।
1. रविंद्र दात्ताराम वायकर (शिवसेना)- महाराष्ट्र की मुंबई उत्तर पश्चिम सीट पर मात्र 48 मतों के अंतर से विजयी हुए। उन्हें कुल 452644 मत मिले। उन्होंने शिवसेना (यूबीटी) के अमोल गजानन कीर्तिकर (452596 वोट) को हराया।
2. अडूर प्रकाश (कांग्रेस)- केरल की अत्तिंगल सीट से 684 मतों के अंतर से जीत हासिल की। उन्हें कुल 328051 मत मिले। उन्होंने माकपा के वी. जॉय (327367 वोट) को हराया।
3. भोजराज नाग (भाजपा)- छत्तीसगढ़ की कांकेर सीट पर 1884 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। उन्हें कुल 597624 मत मिले। उन्होंने कांग्रेस के बीरेश ठाकुर (595740 वोट) को हराया।
4. मनीष तिवारी (कांग्रेस)- चंडीगढ़ सीट पर 2504 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। उन्हें कुल 216657 मत मिले। उन्होंने भाजपा के संजय टंडन (214153 वोट) को हराया।
5. मुहम्मद हमदुल्ला सईद (कांग्रेस) – लक्षद्वीप सीट पर 2647 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। उन्हें कुल 25726 मत मिले। उन्होंने राकांपा (शरद पवार) के उम्मीदवार मुहम्मद फैजल ( 23079 वोट) को हराया।
5000 से कम मतों के अंतर से जीत दर्ज करने वाले अन्य उम्मीदवार
महेश राजपूत (भाजपा)- उत्तर प्रदेश की फर्रूखाबाद सीट पर 2678 मतों के अंतर से जीत हासिल की। उन्हें कुल 487963 मत मिले। उन्होंने समाजवादी पार्टी के नवल किशोर शाक्या (485285 वोट) को हराया।
शेर सिंह घुबाया (कांग्रेस)- उत्तर प्रदेश की फिरोजपुर सीट पर 3242 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। उन्हें कुल 266626 मत मिले। जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी जगदीप सिंह काका बरार (आम आदमी पार्टी) को 263384 मत मिले।
बछव शोभा दिनेश (कांग्रेस)- महाराष्ट्र की धुले सीट पर 3831 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। उन्हें कुल 583866 वोट मिले। उन्होंने भाजपा के भमरे सुभाष रामराव (580035) को हराया।
कमलेश पासवान (भाजपा)- उत्तर प्रदेश की बांसगांव सीट पर 3150 मतों के अंतर से जीत मिली। उन्हें कुल 42,8693 मत मिले। उन्होंने कांग्रेस के सदल प्रसाद (425543) को हराया।
प्रवीण पटेल (भाजपा)- उत्तर प्रदेश की फूलपुर सीट पर 4332 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। उन्हें कुल 452600 वोट मिले। उन्होंने समाजवादी पार्टी के अमर नाथ सिंह मौर्य (448268 वोट) को हराया।
अरुणा डीके (भाजपा)- तेलंगाना की महबूबनगर सीट पर 4500 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। उन्हें कुल 510747 वोट मिले। उन्होंने कांग्रेस के चल्ला वामशी चंद रेड्डी (506247 वोट) को हराया।
2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 303 सीट पर जीत दर्ज की थी। पिछले आम चुनाव में सबसे बड़ी जीत दर्ज करने वाले पांच उम्मीदवारों के बारे में जानते हैं।
1. सीआर पाटिल (भाजपा) गुजरात की नवसारी सीट पर कांग्रेस के धर्मेश पटेल को सबसे ज्यादा 6,89,668 मतों के बड़े अंतर से चुनाव जीतने में कामयाब हुए थे।
2. संजय भाटिया (भाजपा) ने करनाल (हरियाणा) सीट पर 6,56,142 मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी। उन्होंने कांग्रेस के कुलदीप शर्मा को हराया था।
3. कृष्ण पाल गुर्जर (भाजपा) ने फरीदाबाद (हरियाणा) सीट से 6,38,239 मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी अवतार भड़ाना को हराया था।
4. सुभाष चंद्र बहेरिया (भाजपा) भीलवाड़ा (राजस्थान) सीट से 6,12,000 मतों के अंतर से जीत हासिल करने में सफल हुए थे। उन्होंने कांग्रेस के राम पाल शर्मा को हराया था।
5. रंजनबेन भट (भाजपा) को वडोदरा (गुजरात) सीट से 5,89,177 मतों के अंतर से जीत मिली थी। उन्होंने कांग्रेस के प्रशांत पटेल को हराया था।
2019 में सबसे कम अंतर वाली सीटें कौन सी थीं?
बीते लोकसभा चुनाव में 1000 से कम अंतर वाली दो सीटें थीं। सबसे कम अंतर वाली जीत उत्तर प्रदेश की मछलीशहर लोकसभा सीट पर हुई थी। यहां भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार भोलानाथ (बी.पी. सरोज) केवल 181 वोटों से चुनाव जीते थे। दूसरी सबसे कम अंतर वाली जीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के खाते में गई थी। लक्षद्वीप सीट पर पार्टी के प्रत्याशी मोहम्मद फैजल महज 823 वोटों से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे।
1000 से 2000 के अंतर वाली सीट कितनी थी?
2019 के लोकसभा चुनाव में पांच सीटें ऐसी रहीं जहां जीत का अंतर 1000 से 2000 वोटों के बीच था। इनमें से दो सीटों पर भाजपा जबकि एक-एक सीट पर टीएमसी, कांग्रेस और जदयू के उम्मीदवार जीते थे। आरामबाग सीट (पश्चिम बंगाल) से टीएमसी की अपरूपा पोद्दार 1,142, अंडमान व निकोबार द्वीप समूह से कांग्रेस से कुलदीप राय शर्मा 1,407, खूंटी (झारखंड) से भाजपा के अर्जुन मुंडा 1,445, जहानाबाद (बिहार) से जदयू के चंदेश्वर प्रसाद 1,751 और चामराजनगर (कर्नाटक) से भाजपा के वी. श्रीनिवास प्रसाद 1,817 वोटों से चुनाव जीते थे।
कितनी सीटों पर जीत का अंतर 2000 से 5000 वोटों के बीच था?
पिछले लोकसभा चुनाव में सात सीटें ऐसी रहीं जहां जीत का अंतर 2000 से 5000 वोटों के बीच था। इनमें से दो सीटों पर भाजपा जबकि एक-एक सीट पर कांग्रेस, तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी), वाईएसआर कांग्रेस, एआईएमआईएम और विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके) के उम्मीदवार जीते थे।
बर्धवान-दुर्ग (पश्चिम बंगाल) लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार एसएस अहलूवालिया 2,439, चिदंबरम (तमिलनाडु) से वीसीके पार्टी के थिरुमावलवन थोल 3,219, कोरापुट (ओडिशा) से कांग्रेस के सप्तगिरि शंकर उलाका 3,613, गुंटूर (आंध्र प्रदेश) से टीडीपी के जयदेव गल्ला 4,205, विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) से वाईएसआर कांग्रेस के एमवीवी सत्यनारायण 4,414, औरंगाबाद (महाराष्ट्र) से एआईएमआईएम के इम्तियाज जलील 4,492 और मेरठ (उत्तर प्रदेश) से भाजपा के राजेंद्र अग्रवाल 4,729 वोटों से चुनाव जीतने में सफल हुए थे।