इंदौर में कांग्रेस पिलाने लगी ‘नोटा’ चाय तो पीने के लिए उमड़े लोग, तस्वीरें बढ़ा रहीं BJP की टेंशन

इंदौर। इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी रहे अक्षय कांति बम के मैदान छोड़ने के बाद चुनाव की दशा और दिशा दोनों ही बदल गई है. अब चर्चा जीत हार की नहीं बल्कि नोटा की हो रही है. इसलिए अब कांग्रेस को इंदौर में सिर्फ नोटा का सहारा है. कांग्रेस अब आम जनता से चाय पिला कर अपील कर रही है कि इस बार जनता नोटा पर वोट करे. नोटा चाय की तस्वीरें सामने आने के बाद बीजेपी की टेंशन बढ़ने लगी हैं. 

दरअसल जब से बीजेपी ने कांग्रेस प्रत्याशी रहे अक्षय कांति बम का नामांकन वापस कराया और फिर उनको भाजपा में शामिल कर लिया. इसके बाद से ही इंदौर बीजेपी के नेताओं के लिए मुसीबत बढ़ गई है. बीजेपी को लगा था कि आलाकमान उनके इस फैसले से खुश होगा लेकिन इंदौर में बीजेपी के इस निर्णय को बड़ी संख्या में लोगों ने पसंद नहीं किया. बीजेपी के सीनियर लीडर्स ने ही इस मामले को लेकर बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय सहित सभी जिम्मेदारों की आलोचना की और इसे गैर जरूरी बताया.

बीजेपी ने कर ली है जवाब देने की तैयारी

कांग्रेस प्रत्याशी को बैठाने से जब निगेटिव खबरें सामने आने लगीं तो फिर बीजेपी आलाकमान ने आनन-फानन में इंदौर बीजेपी के सभी नेताओं को एकजुट किया और उनको साफ तौर पर टारगेट दिया है कि नोटा अभियान के चक्कर में बीजेपी का मत प्रतिशत गिरना नहीं चाहिए. बीजेपी आलाकमान ने अब इंदौर बीजेपी के नेताओं को 2019 की तुलना में तीन गुना अधिक वोट लाने का टारगेट दे दिया है. कांग्रेस नोटा अभियान को तेज करके बीजेपी के लिए मुसीबत खड़ी कर रही है.

इंदौर में इन दिनों उम्मीदवारों के प्रचार से ज्यादा नोटा की चर्चा है. कांग्रेस लोगों से नोटा का बटन दबाने की अपील कर रही है तो भाजपा लोगों को यह समझने में लगी है कि वह सबसे बेहतर उम्मीदवार का चयन करें.