सूरजपुर। ज़िले में एक महिला ने भाई और 2 नाबालिग बेटियों के साथ मिलकर एक शख्स की हत्या कर दी। पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में महिला ने बताया कि, मृतक संजय उनके घर पर ही रहकर मजदूरी करता था। बेटियों पर उसकी गलत नीयत थी और वारदात वाली रात भी वह नाबालिग से जबरदस्ती कर रहा था।
मामला प्रतापपुर थाना इलाके का है। जानकारी के मुताबिक, 1 मई 2024 को पेड़ के नीचे एक लाश मिली थी। मृतक की शिनाख्त संजय के रूप में हुई जिसके गले और शरीर के दूसरे अंगों पर चोट के निशान मिले। इसे देखते ही पुलिस को हत्या की आशंका लगी। लाश का पोस्टमॉर्टम कराया गया जिसमें मौत की वजह मारपीट और गला घोंटना पाई गई।
संजय की लाश महिला के घर के पास ही मिली थी। लिहाजा पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू की। इस दौरान पता चला कि 35 साल का संजय महिला के घर में ही 4-5 साल से रह रहा था। पुलिस ने जब शक के आधार पर महिला भगमेन कोरवा से बारीकी से पूछताछ की तो उसने गुनाह कबूल कर लिया। उसने बताया कि अपने 50 साल के भाई खिरू और 2 नाबालिग लड़कियों के साथ मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया है।
महिला ने बताया कि संजय रोजाना शराब पीकर झगड़ा विवाद करते रहता था। इसी बीच 30 अप्रैल की शाम को महिला का भाई खिरू घर आया था। सभी खाना खाकर सोने चले गए तभी रात करीब 10.30 बजे बड़ी लड़की की चिल्लाने की आवाज आई।
आवाज सुनकर सभी उठे तो देखा कि संजय गलत इरादे से लड़की का हाथ पकड़ा था। उसे खींचकर बिस्तर की ओर ले जा रहा था, जिसे देखकर महिला और उसके भाई खिरू ने संजय को पकड़ लिया। इसके बाद नाबालिग बेटियों के साथ मिलकर संजय को जमकर पीटा और रस्सी से गला घोंट दिया।
संजय की मौत के बाद चारों ने लाश को घर से बाहर निकाला और बाथरूम में रख दिया। अगले दिन 1 मई की रात करीब 9 बजे शौचालय से लाश को निकालकर आम पेड़ के नीचे रख दिया। लाश पर जब ग्रामीणों की नजर पड़ी तो इसकी सूचना पुलिस को दी गई।
पुलिस ने बताया कि वारदात में शामिल में 4 लोगों को पकड़ा गया है, जिसमें 2 नाबालिगों को बाल सुधार गृह भेजा गया है। वहीं महिला और उसके भाई को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया है।