मेलबर्न। भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमें क्रिसमस सेलिब्रेशन के बाद गुरुवार को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट मैच में उतरेंगी। भारत का पिछले 10 वर्षों में इस मैदान पर रिकॉर्ड अच्छा रहा है जिसे देखते हुए भारतीय प्रशंसकों को रोहित शर्मा की अगुआई वाली टीम से काफी उम्मीदें होंगी। तीसरे टेस्ट के बाद ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था और खिलाड़ी इससे आगे बढ़ना चाहेंगे।
सीरीज में बढ़त हासिल करने उतरेगा भारत
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज फिलहाल 1-1 की बराबरी पर चल रही है और रोहित की सेना की नजरें बॉक्सिंग डे टेस्ट से सीरीज में बढ़त हासिल करने पर टिकी होंगी। भारत ने पहला मैच जीता था, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने एडिलेड टेस्ट में वापसी की थी। गाबा टेस्ट बारिश से बाधित रहा था और लगातार खेल प्रभावित होने के चलते ड्रॉ पर समाप्त हुआ था।
डब्ल्यूटीसी फाइनल में किस तरह पहुंच सकता है भारत?
भारत के लिए मेलबर्न टेस्ट विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है। डब्ल्यूटीसी 2023-25 चक्र के फाइनल में पहुंचने के लिए भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अगले दो मैचों में हार से बचना होगा। भारत शेष दो मैचों में एक ड्रॉ और एक जीत दर्ज कर सका तो भी उसकी उम्मीदें रहेंगी। गाबा टेस्ट ड्रॉ रहने के बाद अब भारत अधिकतम 138 अंक हासिल कर सकता है और उसकी पीसीटी 60.52 पहुंच सकती है अगर वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न और सिडनी टेस्ट में जीत दर्ज करने में सफल रहा। रोहित शर्मा की अगुआई वाली टीम अगर अगले दो मैच जीतने में सफल रही तो वह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 3-1 से अपने नाम कर लेगी।
एमसीजी में भारत का पलड़ा भारी
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) में भारत का पलड़ा ऑस्ट्रेलिया पर भारी है। पिछले 10 वर्षों में टेस्ट में यह ग्राउंड भारत के लिए अजेय किला बना हुआ है। भारतीय टीम ने इस मैदान पर 2014 से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कुल तीन मुकाबले खेले हैं और उसे दो में जीत मिली है, जबकि एक मैच ड्रॉ रहा है। वहीं, पैट कमिंस की अगुआई वाली टीम पिछले 10 वर्षों में एमसीजी पर भारत के खिलाफ जीत दर्ज नहीं कर सकी है। यह आंकड़े भारत के लिए राहत देने वाले हैं क्योंकि टीम की नजरें बढ़त हासिल करने पर टिकी हुई हैं।
जडेजा-सुंदर को मिल सकता है मौका
भारतीय टीम ने अब तक पहले तीन मुकाबलों में अलग-अलग स्पिनरों को मौका दिया है। पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट में वाशिंगटन सुंदर को मौका दिया था, जबकि एडिलेड में पिंक बॉल टेस्ट में रविचंद्रन अश्विन को प्लेइंग-11 में शामिल किया गया था। ब्रिसबेन में खेले गए तीसरे टेस्ट में अश्विन की जगह ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को खिलाया गया और उन्होंने उस मैच में बल्ले से दम दिखाया। जडेजा ने पिछले मैच में जिस तरह का प्रदर्शन किया उससे उनका मेलबर्न टेस्ट में खेलना तय माना जा रहा है। वहीं, मेलबर्न में स्पिनरों को मदद मिल सकती है, ऐसे में टीम प्रबंधन जडेजा के अलावा सुंदर को भी प्लेइंग-11 में शामिल कर सकता है।
रोहित ओपनिंग में उतरेंगे?
भारत के लिए कप्तान रोहित शर्मा की फॉर्म चिंता का सबब बन गई है। रोहित इस सीरीज में छठे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे हैं, लेकिन पिछले दोनों ही मैचों में बल्ले से प्रभावित नहीं कर सके हैं। इस सीरीज में अब तक उन्होंने चार पारियों में तीन, छह और 10 रन बनाए हैं। हैरानी की बात है कि उन्हें तीनों ही पारियों में तेज गेंदबाजों ने अपना शिकार बनाया है। भारतीय कप्तान पिछले कुछ वक्त से दाएं हाथ के तेज गेंदबाजों के खिलाफ संघर्ष करते दिख रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक, पिछली 12 पारियों में उन्होंने दाएं हाथ के तेंज गेंदबाजों के खिलाफ सिर्फ 106 रन बनाए हैं। नौ बार वह आउट हुए हैं और उनका औसत 11.8 का रहा है। हैरानी की बात ये है कि टेस्ट क्रिकेट में उनका औसत साल दर साल गिरता जा रहा है। इस साल उन्होंने 26.39 के औसत से रन बनाए हैं।
रोहित की जगह केएल राहुल यशस्वी जायसवाल के साथ ओपनिंग करने उतर रहे हैं। राहुल ने इस स्थान पर खुद को साबित भी किया है, इसके बावजूद कुछ पूर्व क्रिकेटरों का मानना है कि रोहित को ओपनिंग में वापसी करनी चाहिए। इन विशेषज्ञों का कहना है कि रोहित छठे नंबर की जगह ओपनिंग में दोबारा उतरेंगे तो इससे उन्हें फॉर्म में वापसी करने में मदद मिलेगी। रोहित को हाल ही में अभ्यास के दौरान घुटने में चोट लगी थी, लेकिन कप्तान ने चोट के कारण व्यक्त की जा रही आशंकाओं को खारिज कर दिया था।
गिल को मिल सकता है आराम
रोहित ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बल्लेबाजी स्थान को लेकर भी पूछा गया था लेकिन उन्होंने संदेह बरकरार रखा था। भारतीय कप्तान ने कहा था कि वह वही करेंगे जो टीम के लिए सर्वश्रेष्ठ होगा। इस संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता कि रोहित ओपनिंग में उतरेंगे। अगर रोहित ओपनिंग में उतरते हैं तो राहुल को तीसरे नंबर पर भेजा जाएगा। हालांकि, ऐसे में शुभमन गिल प्लेइंग-11 में जगह नहीं बना पाएंगे और उन्हें बाहर बैठाया जा सकता है। भारत गिल को बाहर रखने का जोखिम उठा सकता है क्योंकि उसके पास जडेजा के रूप में एक ऐसा बल्लेबाज मौजूद है जो छठे नंबर पर बल्लेबाजी कर सकता है।
भारत ने जहां हमेशा की तरह प्लेइंग-11 में संशय बरकरार रखा है, वहीं ऑस्ट्रेलिया ने मैच से पहले अपनी एकादश घोषित कर दी है। उन्होंने युवा सलामी बल्लेबाज सैम कोंस्टास को मौका दिया है जो टेस्ट में डेब्यू के लिए तैयार हैं। कोंस्टास ने दूसरे टेस्ट से पहले ऑस्ट्रेलिया प्रधानमंत्री एकादश के लिए खेलते हुए भारत के खिलाफ शतक जड़ा था। उन्हें नाथन मैकस्वीनी की जगह मौका दिया गया है।
दोनों टीमें इस प्रकार है:
भारतः रोहित शर्मा (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, विराट कोहली, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, नीतीश रेड्डी, वाशिंगटन सुंदर, आकाश दीप, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज।
ऑस्ट्रेलियाः उस्मान ख्वाजा, सैम कोंस्टास, मार्नस लाबुशेन, स्टीव स्मिथ, ट्रेविस हेड, मिचेल मार्श, एलेक्स कैरी (विकेटकीपर), पैट कमिंस (कप्तान), मिचेल स्टार्क, नाथन लियोन और स्कॉट बोलैंड।