सरोज पांडेय को आचार संहिता उल्लंघन का नोटिस, धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम में प्रचार का आरोप; आयोग ने 29 तक मांगा जवाब

मनेंद्रगढ़। बीजेपी की कोरबा लोकसभा प्रत्याशी सरोज पांडेय को आचार संहिता के उल्लंघन का नोटिस जारी किया गया है। MCB जिले के चिरमिरी में बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री के श्रीराम और हनुमंत कथा कार्यक्रम की निर्वाचन आयोग ने वीडियोग्राफी कराई थी।

लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के तहत कोरबा लोकसभा क्षेत्र में 7 मई के मतदान होना है। कोरबा लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत मनेंद्रगढ़ भरतपुर चिरमिरी जिले में भी चुनाव होने हैं। लेकिन तीसरे चरण के चुनाव से पहले कांग्रेस और बीजेपी में सियासी जंग छिड़ गया है. कांग्रेस ने बीजेपी पर आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से शिकायत की है।कांग्रेस की शिकायत पर चुनाव आयोग ने भी संज्ञान लिया और कोरबा लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी सरोज पांडेय को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

बीजेपी पर धार्मिक कार्यक्रम में प्रचार करने के आरोप: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर लोकसभा कोरबा में सियासी जंग छिड़ी हुई है।कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर बीजेपी के खिलाफ शिकायत की थी।एमसीबी के कांग्रेस जिलाध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव द्वारा पत्र में बताया गया है कि नगर पालिक निगम चिरमिरी के शास्त्री स्टेडियम में बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाराज का धार्मिक कार्यक्रम आयोजित है।कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा इस धार्मिक कार्यक्रम की आड़ में प्रचार प्रसार करने में लगी है।

“आस्था की आड़ लेकर वोट मांगना सरासर गलत”

एमसीबी कांग्रेस जिलाध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव ने चिरमिरी में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के कार्यक्रम को लेकर नाराजगी जताई. अशोक श्रीवास्तव ने कहा, “हम किसी धर्म का विरोध नहीं करते धर्म अपने जगह एक समान है. पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाराज, जो सनातन धर्म, राम कथा और हनुमान जी की कथा का वाचन करते हैं, हम सब की श्रद्धा भी उन पर है।लेकिन जिस प्रकार से कल भारतीय जनता पार्टी ने धीरेंद्र शास्त्री जी का दुरुपयोग किया, धर्म के नाम पर आस्था के साथ खिलवाड़ किया और वहां पर लोगों का भीड़ इकट्ठा कर अपना प्रचार प्रसार किया, पूर्णता आचार संहिता का उल्लंघन है. यह बिल्कुल ही धर्म के खिलाफ है।”

“पूजा पाठ तो होते रहना चाहिए, इस पर किसी प्रकार का किसी को कोई दिक्कत नहीं. लेकिन जिस प्रकार से आस्था की आड़ लेकर चुनावी मुद्दा बनाकर बीजेपी प्रत्याशी ने वोट मांगा, जिस तरह धार्मिक कार्यक्रम में बीजेपी के पर्चे बांटे गए, यह खुला आचार संहिता का उल्लंघन था। यह सरासर गलत है या आस्था के साथ खिलवाड़ है। धर्म में राजनीति की कोई जगह नहीं है।आस्था अपनी जगह है और राजनीति अपनी जगह है। दोनों को शामिल करना उचित नहीं है।” – अशोक श्रीवास्तव, कांग्रेस जिलाध्यक्ष, एमसीबी

कांग्रेस की चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग

अशोक श्रीवास्तव ने आगे कहा, “भाजपा ने आस्था को सामने लाकर चुनावी मुद्दा बनाकर लोगों का दिमाग परिवर्तन किया।भाजपा ने अपने चुनावी मुद्दे इस पर रखकर लोगों से चुनाव प्रचार कर वोट मांगा है, जिसका विरोध हम करते हैं। हमारे द्वारा चुनाव आयोग को इसकी शिकायत भी की गई है, लेकिन चुनाव आयोग बीजेपी के दबाव में काम कर रहाहै।न कोई एसडीएम, तहसीलदार, कलेक्टर कार्रवाई कर रहे हैं, न निर्वाचन आयोग के अधिकारी ध्यान दे रहे हैं। इस पर कार्यवाही करने की हम मांग करते हैं।”

चुनाव आयोग ने सरोज पांडेय को भेजा नोटिस

 जानकारी के अनुसार, चुनाव आयोग ने गंभीरता से पूरे मामले की जांच की। जिसके बाद भाजपा पर उठ रहे सवाल और कांग्रेस के लगाए आरोप को लेकर चुनाव आयोग ने कार्रवाई की। चुनाव आयोग ने कोरबा लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी सरोज पांडेय को नोटिस जारी किया करते हुए उनसे जवाब मांगा है कि आखिर क्यों ना उन पर कोई कार्यवाही की जाए।

चुनाव आयोग के नोटिस के बाद कोरबा में मानों कांग्रेस और बीजेपी के बीच सियासी जंग छिड़ गई हो।दोनों पार्टियों में आरोप प्रत्यारोप का दौरा जारी है।अब देखना होगा कि इस नोटिस के जवाब में सरोज पांडेय किस तरह से अपना पक्ष रखती हैं।