नईदिल्ली : भारत के नीरज चोपड़ा और पाकिस्तान के अरशद नदीम भालाफेंक की दुनिया के स्टार एथलीट हैं। हालांकि, किसी किसी इवेंट में दोनों की दोस्ती भी देखने को मिल जाती है। मौका मिलने पर नीरज नदीम की मदद करने से कभी नहीं थकते हैं। चाहे वह टोक्यो ओलंपिक हो या फिर विश्व चैंपियनशिप नीरज को नदीम से हाथ मिलाते और गले मिलते देखा गया था। दोनों ही टूर्नामेंट के अपनी खुशमिजाजी और सौहार्द के लिए जाने जाते हैं। दोनों मैदान में भयंकर प्रतियोगी हो सकते हैं, लेकिन एक-दूसरे के लिए अपने मन में सम्मान रखते हैं।
अरशद नदीम और नीरज चोपड़ा दोनों आगामी सीजन के लिए तैयारी कर रहे हैं। चोपड़ा इस समय तुर्किये में ट्रेनिंग कर रहे हैं, जबकि 27 वर्षीय नदीम की तैयारियों में रोड़ा अटक गया है। पाकिस्तानी खिलाड़ी ने हाल ही में कहा था कि वह कई वर्षों से अंतरराष्ट्रीय स्तर का भाला लेने के लिए संघर्ष कर रहे हैं और पिछले सात से आठ साल से पुराने का ही इस्तेमाल कर रहे हैं। हालांकि, नीरज यह सुनकर हैरान हैं।
पिछले साल बुडापेस्ट में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में नदीम को पीछे छोड़ स्वर्ण जीतने वाले नीरज ने हाल ही में साई मीडिया के साथ एक विशेष बातचीत में कहा, ‘यह विश्वास करना कठिन है कि वह एक नया भाला हासिल करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उनकी साख को देखते हुए, यह एक बड़ा मुद्दा नहीं होना चाहिए।’ बुडापेस्ट विश्व चैंपियनशिप में नीरज के बाद दूसरे स्थान पर रहने वाले अरशद नदीम ने हाल ही में मीडिया से कहा था, ‘मेरा भाला टूट गया है और मैंने राष्ट्रीय महासंघ और मेरे कोच से पेरिस ओलंपिक से पहले इसके बारे में कुछ करने के लिए कहा है।’
नदीम ने कहा, ‘जब मैंने 2015 में शुरुआत की थी, तभी मुझे अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में हिस्सा लेने के लिए मुझे यह भाला मिला था। ओलंपिक खेलों में पदक जीतने का लक्ष्य रखने वाले एक अंतरराष्ट्रीय एथलीट के लिए आपको उचित उपकरण और प्रशिक्षण सुविधाओं को मुहैया कराने की आवश्यकता होती है।’ नीरज के पूरे प्रशिक्षण और अंतरराष्ट्रीय दौरों का खर्च भारतीय खेल मंत्रालय की टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (TOPS) द्वारा दिया जाता है। उन्हें लगता है कि नदीम पाकिस्तान का गौरव हैं और उनका समर्थन किया जाना चाहिए।
90.18 मीटर थ्रो के साथ अरशद नदीम ने बर्मिंघम में 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में शीर्ष स्थान हासिल किया था। साथ ही एक नया भाला फेंक रिकॉर्ड बनाया था। इसके साथ ही राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के पाकिस्तान का 60 साल का इंतजार खत्म हुआ। उन्होंने कहा, ‘ऐसा नहीं हो सकता कि उनके (अरशद) पास भाला खरीदने का साधन नहीं है। वह एक चैंपियन हैं और कुछ ब्रांड एंडोर्समेंट तो कर रहे होंगे। मुझे लगता है कि उन्होंने अगर थोड़ा पैसा भी कमाया है तो उसे इस्तेमाल करें। हां, लेकिन उनकी सरकार अरशद की जरूरतों को देख सकती है और उनका समर्थन कर सकती है जैसे मेरी सरकार कर रही है।’
नीरज ने कहा, ‘इसके अलावा अरशद एक शीर्ष भाला फेंकने वाला खिलाड़ी है और मुझे विश्वास है कि भाला निर्माता उन्हें स्पॉन्सरकरने और उन्हें भाला देने से अधिक खुश होंगे, जो भी वह चाहते हैं। यह मेरी तरफ से सलाह है बस।’ अगर सब कुछ ठीक रहा तो आगामी पेरिस ओलंपिक में भाला फेंक में एशिया के एथलीट्स उपलब्धि हासिल करते हुए दिख सकते हैं। नीरज के अलाव भारत की ओर से किशोर जेना अगुआई करते दिखेंगे।
टोक्यो ओलंपिक में पांचवें स्थान पर रहे नदीम पेरिस में 90 मीटर से अधिक की थ्रो को दोहराने की कोशिश में होंगे और आमतौर पर यूरोपीय लोगों के वर्चस्व वाले इस खेल में गंभीर खतरा पैदा करेंगे। दिसंबर 2022 में नदीम का यूके में कोहनी का ऑपरेशन हुआ था। पिछले साल नदीम ने घुटने का ऑपरेशन कराया था और हांगझोऊ एशियाई खेलों में भाग नहीं लिया था, जिसमें नीरज ने स्वर्ण पदक जीता था। आउटडोर भाला फेंक का सत्र मई में डायमंड लीग के दोहा चरण से शुरू होगा।