नई दिल्ली। वॉट्सऐप पर लोगों को विकसित भारत के निर्माण के लिए समर्थन मांगने से संबंधित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पत्र मिलने का मुद्दा उठाते हुए विपक्षी नेताओं ने सोमवार को चुनाव आयोग से उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग करते हुए कहा कि उनकी यह अपील आदर्श आचार संहिता का घोर उल्लंघन है।
इस वॉट्सऐप संदेश में कहा गया है कि पिछले 10 वर्षों में सरकार की विभिन्न योजनाओं और नीतियों से 140 करोड़ भारतीयों को लाभ मिला है और आगे भी मिलता रहेगा। इसमें आपकी भागीदारी महत्वपूर्ण है क्योंकि हम एक परिवार के रूप में एक साथ मिलकर विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में काम कर रहे हैं। आपसे अनुरोध है कि विकसित भारत के सपने को पूरा करने के लिए अपनी प्रतिक्रिया और सुझाव अवश्य भेजें।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने विदेश में रहने वाले व्यक्तियों को प्रधानमंत्री का पत्र मिलने पर गोपनीयता का मुद्दा उठाने वाले एक व्यक्ति की पोस्ट को टैग किया। थरूर ने एक्स पर कहा- ”क्या चुनाव आयोग सत्तारूढ़ दल के पक्षपातपूर्ण राजनीतिक हितों की पूर्ति के लिए सरकारी मशीनरी और सरकारी डाटा के इस तरह के जबरदस्त दुरुपयोग पर ध्यान देगा?
एक अन्य कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने भी एक्स पर वह वॉट्सऐप संदेश पोस्ट किया, जिसमें वह पत्र संलग्न था, जो उन्हें उनके फोन पर प्राप्त हुआ था तिवारी ने कहा कि यह अनचाहा वॉट्सऐप संदेश कल दोपहर 12.09 बजे आया। ऐसा लगता है कि यह इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय से आया है। क्या यह आदर्श आचार संहिता और निजता के अधिकार दोनों का खुला उल्लंघन नहीं है।