नईदिल्ली : हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मुंबई में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के समापन अवसर पर एक रैली को संबोधित करते हुए ‘शक्ति’ से लड़ने वाला एक बयान दिया था। राहुल ने कहा था कि हिंदू धर्म में एक शक्ति होती है हमारी लड़ाई एक शक्ति के खिलाफ है।
राहुल गांधी के बयान को पीएम मोदी ने लपक लिया और कहा कि एक ओर शक्ति के विनाश की बात करने वाले लोग हैं और दूसरी तरफ शक्ति की पूजा करने वाले लोग हैं। उन्होंने कहा कि मुकाबला 4 जून को हो जाएगा कि कौन शक्ति का विनाश कर सकता है और कौन शक्ति का आशीर्वाद प्राप्त कर सकता है। पीएम मोदी के पलटवार के बाद अब राहुल ने एक बार फिर से इसे लेकर बयान दिया है। राहुल ने सोशल मीडिया पर अपने शक्ति वाले बयान का स्पष्टीकरण जारी करते हुए लिखा कि पीएम मोदी उनकी बातों का गलत मतलब निकाल रहे हैं।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, मोदी जी को मेरी बातें अच्छी नहीं लगतीं, किसी न किसी तरह उन्हें घुमाकर वह उनका अर्थ हमेशा बदलने की कोशिश करते हैं क्योंकि वह जानते हैं कि मैंने एक गहरी सच्चाई बोली है। राहुल ने आगे कहा कि जिस शक्ति का मैंने उल्लेख किया, जिस शक्ति से हम लड़ रहे हैं, उस शक्ति का मुखौटा मोदी जी हैं। वह एक ऐसी शक्ति है जिसने आज भारत की आवाज़ को, भारत की संस्थाओं को, CBI, IT, ED को, चुनाव आयोग को, मीडिया को, भारत के उद्योग जगत को, और भारत के समूचे संवैधानिक ढाँचे को ही अपने चंगुल में दबोच लिया है।
राहुल ने क्या कहा था?