कोरबा: मेडिकल कॉलेज व ईएसआईसी अस्पताल पहुंचीं सांसद ज्योत्सना महंत, चिकित्सकों व भर्ती मरीजों से की मुलाकात

कोरबा। कोरबा प्रवास पर पहुंचीं सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत ने स्व. बिसाहूदास महंत स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय संबद्ध जिला चिकित्सालय एवं ईएसआईसी अस्पताल का अवलोकन किया। उन्होंने यहां मौजूद व्यवस्थाओं और सुविधाओं की जानकारी लेने के साथ ही भर्ती मरीजों से भी चर्चा कर उनका हाल जाना।
इस अवसर पर सांसद ज्योत्सना महंत ने कहा कि कोरबा की जनता खासकर ग्रामीण क्षेत्रवासियों को विशेषत: स्वास्थ्य की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने का मेरा प्रयास रहा जिसमें मेडिकल कॉलेज की स्थापना कराई गई। मुझे इस बात की संतुष्टि है कि मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की सुविधा है। यहां 250 बच्चे मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। वे भविष्य में डॉक्टर बनकर समाज की सेवा करेंगे। स्वस्थ समाज ही स्वस्थ भारत का निर्माण करेगा। उन्होंने कहा कि सुविधाओं और विकास पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। पक्ष हो या विपक्ष, जहां जनता की बात हो, क्षेत्र के विकास की बात हो वहां सबको साथ चलना चाहिए। सांसद ने इस बात पर प्रसन्नता जाहिर की कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल में न्यूरोसर्जन की सुविधा है, कैंसर स्पेशलिस्ट है, 7 डायलिसिस मशीनें है। मात्र 5 रुपए में हिप रिप्लेसमेंट का लाभ मरीज को मिला है। प्रतिदिन 600 से 700 मरीज यहां लाभान्वित हो रहे हैं। बच्चों के लिए 15 कैज्वल्टी वार्ड सहित विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध है। संसदीय क्षेत्र के जिलों में मेडिकल कॉलेज प्रारंभ कराने मैं प्रयासरत रहूंगी।


सांसद ने ईएसआईसी हास्पिटल का अवलोकन कर इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि ऊर्जा की औद्योगिक नगरी में श्रमिकों को बेहतर उपचार की सुविधाएं प्राप्त हो रही है। उन्हें दूसरे जिला अथवा राज्य की दौड़ नहीं लगानी पड़ती बल्कि अनेक बीमारियों व तकलीफों का यहां उपचार हो रहा है। अस्पताल में लगभग 1 लाख श्रमिकों व उनके परिजनों को लाभ मिल रहा है। यहां पर डेंटल, लैब, ओपीडी व आर्थो सहित एमबीबीएस के 20 चिकित्सक अपनी सेवाएं दे रहे हैं। सांसद ने कहा कि कोरबा में मेडिकल कॉलेज और ईएसआईसी अस्पताल को प्रारंभ करने की दिशा में वे लगातार केन्द्रीय मंत्री से संपर्क करती रही। कांग्रेस के तात्कालिक राज्य सरकार ने जमीन का आबंटन किया है जिसमें मेडिकल कॉलेज का भव्य अस्पताल निर्माण प्रारंभ हो चुका है। आने वाले समय में मेडिकल के क्षेत्र में कोरबा में  और भी विकास कार्य कराने के लिए मैं प्रतिबद्ध हूं।