कल के बाद कभी भी हो सकती है चुनाव की घोषणा, लोकसभा के साथ जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की भी सुगबुगाहट!

Election: there is also a buzz of assembly elections in Jammu and Kashmir!

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। लेकिन सभी के मन में बार बार एक ही सवाल है कि आखिर चुनावों की तारीखों का एलान कब होने जा रहा है। इस बीच खबर है कि आम चुनाव की घोषणा इस हफ्ते के अंत तक हो सकती हैं। चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार, आयोग ने तैयारी पूरी कर ली है। चुनाव पूर्व मीटिंग का दौर भी 13 मार्च तक खत्म हो जाएगा। इसके बाद चुनाव की घोषणा कभी भी हो सकती है। इस बार भी आम चुनाव सात-आठ चरणों में हो सकते हैं।

आयोग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर अलग-अलग राज्यों का दौरा कर चुका है। आयोग 11 मार्च से 13 मार्च तक जम्मू-कश्मीर के दौरे पर है। इस दौरान चुनाव आयोग ये भी आकलन कर रहा है कि राज्य में चुनाव कब हो सकते हैं। इस दौरे के बाद लोकसभा चुनाव की तारीखों के एलान होने की संभावना है।

बोर्ड परीक्षा और त्योहार देखते हुए तय हो रही चुनाव तारीखें

2019 के आम चुनाव की तारीख 10 मार्च को घोषित की गई। सात चरणों में चुनाव 11 अप्रैल से 19 मई के बीच हुए थे। जबकि मतों की गिनती 23 मई को हुई थी। अधिकारियों के अनुसार, बोर्ड परीक्षा, त्योहार और सुरक्षाकर्मियों की उपलब्धता को देखते हुए चुनाव की तारीखें तय की जा रही हैं। चुनाव की घोषणा होते ही पूरे देश में आदर्श आचार संहिता भी लागू हो जाएगी। इस चुनाव में लगभग 97 करोड़ वोटर वोट देने के लिए योग्य होंगे। आयोग के सूत्रों के अनुसार, इस बार मतदाताओं की भागीदारी को तय करने के लिए आयोग कई बड़े कदम उठाएगा। पिछली बार 67.1 फीसदी वोटिंग हुई थी।

ओडिशा-आंध्र प्रदेश के साथ क्या कश्मीर के चुनाव भी होंगे?

लोकसभा चुनाव के साथ ओडिशा और आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव के भी कार्यक्रम आएंगे। लेकिन सभी की नजरें इस बात पर भी हैं कि क्या चुनाव आयोग जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव का चुनाव कार्यक्रम भी घोषित करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कश्मीर दौरे के बाद इस बारे में चर्चा और तेज हो गई है। सूत्रों के अनुसार, आयोग लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा चुनाव कराने के विकल्प पर भी विचार कर रहा है।

चुनावों आयुक्तों की नियुक्ति के लिए 14-15 मार्च को होगी बैठक

इस बीच चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय की सेवानिवृत्ति और अरुण गोयल के अचानक इस्तीफे से बनी रिक्तियों को भरने के लिए 15 मार्च तक दो चुनाव आयुक्तों के नियुक्त होने की संभावना है। सूत्रों का कहना है कि चयन समिति सदस्यों की सुविधा के आधार पर 14 या 15 मार्च को बैठक कर सकती है और नियुक्तियां 15 मार्च तक होने की संभावना है।