झारखंड विधानसभा में चंपई सोरेन ने विश्वास मत हासिल किया, पक्ष में पड़े 47 वोट पड़े, विपक्ष में 29 मत

रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने सोमवार को विधानसभा में बहुमत हासिल कर लिया। विधानसभा के विशेष सत्र में सीएम चंपई सोरेन की ओर से विश्वास मत का प्रस्ताव सदन में पेश किया गया। 82 सदस्यीय विधानसभा में गांडेय विधानसभा सीट जेएमएम विधायक सरफराज अहमद के त्यागपत्र के कारण खाली है। जबकि जेएमएम रामदास सोरेन और बीजेपी के इंद्रजीत महतो विधानसभा नहीं पहुंच पाए। घाटशिला के जेएमएम विधायक रामदास सोरेन किडनी की समस्या के कारण दिल्ली के अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं बीजेपी विधायक इंद्रजीत महतो लंबे समय से हैदराबाद के एक अस्पताल में इलाजरत हैं। विश्वास मत प्रस्ताव के पक्ष में 47 वोट प्राप्त हुए, जबकि विरोध में 29 मत मिले।

खाता-बही नहीं, साजिश के तहत हेमंत सोरेन को फंसाया

विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव पेश करते हुए सीएम चंपई सोरेन ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर हेमंत सोरेन को फंसाने का काम किया गया है। उन्होंने कहा कि ईडी ने हेमंत सोरेन को उस मामले में गिरफ्तार किया है, जिसका कोई खाता-बही नहीं हैं। जबकि बीजेपी विधायक भानू प्रताप शाही का ईडी ने 7 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही।

मेरी गिरफ्तारी में राजभवन भी शामिल-हेमंत सोरेन

मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के बाद पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने अपनी बातों को सदन में रखते हुए बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने 31 जनवरी की रात को काली रात बताते हुए कहा कि देश के लोकतांत्रिक इतिहास में एक काला अध्याय बन गया। उन्होंने कहा कि 31 जनवरी की रात को देश में पहली बार किसी सीएम या पूर्व सीएम या किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी राजभवन में हुई। हेमंत सोरेन ने आरोप लगाया कि उनकी गिरफ्तारी में राजभवन भी शामिल रहा है।

आरोप साबित हुआ तो राजनीति से सन्यास ले लेंगे

हेमंत सोरेन ने ईडी के सभी आरोप को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि यदि उनके नाम की 8.5 एकड़ जमीन के कागजात को सामने रख दिया जाए, तो वे राजनीति से सन्याय ले लेंगे। इतना ही नहीं वे झारखंड छोड़ कर चले जाएंगे।

मैं आंसू नहीं बहाऊंगा, वक्त के लिए बचा कर रखूंगा-हेमंत

हेमंत सोरेन ने कहा कि मैं आंसू नहीं बहाऊंगा, वक्त के लिए बचा कर रखूंगा। उन्होंने कहा कि राजभवन में पहली बार किसी की गिरफ्तारी हुई है। अब यह देखना कि राष्ट्रपति भवन, लोकसभा अध्यक्ष के आवास से गिरफ्तारी की शुरुआत कब होगी।