रायपुर। रायपुर के माना स्थित बाल सुधार गृह से अपचारी बालकों के भागने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। फिर 7 अपचारी बालक खिड़की तोड़कर फरार हो गए हैं। मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। घटना-सोमवार-मगंलवार रात साढ़े बारह बजे की है। आरोपी सुधार गृह के कमरा नंबर एक में बंद थे। जब नाबालिगों की गिनती की गई तो वे कम मिले। इसके बाद उनकी खोजबीन की जा रही है। आरोपी हत्या और दुष्कर्म जैसे गंभीर मामले में बाल सुधार गृह में बंद थे।
यहां एक महीने पहले भी सात नाबालिग भाग निकले थे। इसके बाद भी बाल सुधार गृह की सुरक्षा व्यवस्था नहीं बढ़ाई गई है। भागने वाले अपचारी बालकों के खिलाफ माना पुलिस अपराध दर्ज कर तलाश में जुटी है। जब मामले की भनक पुलिस को लगी तो उसने एक अपचारी बालक को पकड़ा है। बाकी की तलाश में जुटी है। पुलिस के अनुसार, शासकीय बाल संप्रेक्षण गृह से मंगलवार की रात सभी अपचारी बालक अपने-अपने कमरे में थे। इस बीच रात करीब साढ़े 12 बजे के बाद कक्ष क्रमांक-1 की खिड़की में लगे लोहे को कुछ अपचारी बालकों ने मोड़ दिया था। फिर उसे तोड़कर एक-एक करके 7 अपचारी बालक फरार हो गए। अगले दिन इसकी जानकारी बाल सुधार गृह प्रबंधन को लगी, तो उन्होंने माना पुलिस को सूचना दी।
दो अपचारी बालक कर चुके हैं मर्डर
इसके बाद पुलिस ने आसपास के इलाके से एक अपचारी बालक को पकड़ा है। वहीं 6 अपचारी बालकों का अब तक पता नहीं चल सका है। संप्रेक्षण गृह से भागने वालों में दो अपचारी बालक हत्या भी कर चुके हैं। करीब सालभर पहले सड्डू के वृंदावन कॉलोनी के एक 5 साल की मासूम से दुष्कर्म और फिर उसकी हत्या करने वाला भी शामिल हैं। इसके अलावा दुर्गा विसर्जन के दौरान ताज नगर में एक युवक की हत्या करने वाला भी शामिल है।
एक महीने पहले भी भागे थे 7 अपचारी बालक
करीब एक महीने पहले भी बास सुधार गृह के पिछले हिस्से की लोहे की जाली तोड़कर 7 अपचारी बालक भाग गए थे। हालांकि रिपोर्ट दर्ज होने के के बाद पुलिस ने सभी आरोपियों को पकड़ लिया था, लेकिन इस घटना के बाद भी बाल सुधार गृह की सुरक्षा व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ है। यही कारण है कि दूसरी बार भी बालक भाग निकले।
मामले में माना टीआई भावेश गौतम ने बताया कि एक अपचारी बालक को कुछ देर बाद ही रेस्क्यू कर पकड़ लिया गया। वहीं बचे 6 बालकों की तलाश जारी है। आरोपियों पर हत्या और चोरी के मामले दर्ज थे।