रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को कथित जमीन घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, इससे पहले ही सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद सत्तारूढ़ झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन ने नए राज्य प्रमुख के रूप में वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन का नाम प्रस्तावित किया। आज राजभवन में चंपई सोरेन का शपथग्रहण हो सकता है। इस बीच झारखंड में कुछ आदिवासी संगठनों ने बंद का आह्वान किया है। वहीं, हेमंत सोरेन की तरफ से झारखंड हाईकोर्ट में रिट याचिका दायर हुई है, जिस पर आज सुबह 10.30 बजे सुनवाई होगी।
आदिवासी संगठनों ने बुलाया बंद
सोरेन की गिरफ्तार से नाराज आदिवासी संगठनों ने आज झारखंड बंद का आह्नान किया है। केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय टिरके ने बताया कि 15 से 20 आदिवासी संगठनों भी झारखंड बंद के आह्वान में शामिल होंगे।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कसा तंज
भाजपा नेता प्रतुलशाह देव ने कहा, “बुरे काम का बुरा नतीजा, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ यह तो होना ही था… मुख्यमंत्री भूल गए थे कि कानून सबसे ऊपर होता है। वे 40 घंटे तक गायब रहे, उसके बाद झारखंड आए पूछताछ हुई और गिरफ्तारी हो गई। काश उन्होंने ईमानदारी और कानून, संविधान के प्रति आस्था और निष्ठा की जो शपथ ली थी उसका पालन किया होता तो यह दिन नहीं देखना पड़ता।”