रांची। अब झारखंड के नए सीएम मंत्री चंपई सोरेन होंगे। ED की हिरासत में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राज्यपाल को इस्तीफा देने गए हैं। अभी हेमंत सोरेन राजभवन में ही हैं। इस्तीफा देते ही ED उन्हें गिरफ्तार कर लेगी।
इस दौरान झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कांग्रेस गठबंधन ने सोरेन सरकार में परिवहन मंत्री चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुन लिया। चंपई रिश्ते में हेमंत सोरेन और उनके पिता शिबू सोरेन के करीबी रहे हैं। राज्य आंदोलन में चंपई ने शिबू सोरेन का साथ दिया था। हेमंत सार्वजनिक मंचों पर भी चंपई सोरेन के पैर छूकर आशीर्वाद लेते हुए दिखाई देते हैं।
दरअसल, हेमंत सोरेन के खिलाफ दो अलग-अलग मामले चल रहे हैं। इनमें पहला मामला अवैध खनन लीज पट्टे से जुड़ा है, जबकि दूसरा अवैध जमीन घोटाले से जुड़ा है। कहा जा रहा है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) किसी भी समय उन्हें गिरफ्तार कर सकता है। बता दें कि हेमंत सोरेन पर एक मामला पद के दुरुपयोग का भी चल रहा है। जिससे जुड़ी रिपोर्ट चुनाव आयोग राज्यपाल को सौंप चुका है।
क्या है जमीन घोटाले का पूरा मामला
जमीन घोटाले के मामले में जांच एक सर्कल अधिकारी (सीओ) से शुरू हुई थी। इसके बाद यह जांच आगे बढ़ी और आश्वासन रजिस्ट्रार कार्यालय तक पहुंची। जिससे खुलासा हुआ कि फर्जी दस्तावेजों के जरिए सैकड़ों एकड़ जमीन का फर्जी सौदा हुआ है और इसमें छोटे से बड़े कार्यालयों के अधिकारी और बड़े-बड़े कारोबारी भी शामिल हैं। इन सबके तार आखिर में मुख्यमंत्री तक जुड़ रहे थे।
इधर, हेमंत सोरेन से पहले महागठबंधन के विधायक पहुंचे थे, लेकिन विधायकों को 5 मिनट बाद ही राजभवन से बाहर कर दिया गया। सभी विधायक राजभवन के बाहर हंगामा कर रहे हैं। वो मांग कर रहे हैं कि चंपई सोरेन को आज रात में ही मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई जाए।