राजनांदगांव। ग्राहकों के खाते की राशि को खुद के खाते में ट्रांसफर करने वाले बैंक के क्लर्क को कोतवाली पुलिस ने रायपुर से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित आदेशराज भावे (30) शहर के ममता नगर गली नंबर सात वार्ड 18 का रहने वाला है, जो शहर के सेंट्रल बैंक आफ इंडिया शाखा में क्लर्क के पद पर कार्यरत था।
आरोपित ने बैंक के ऐसे ग्राहकों के खाते की राशि अपने अकाउंट में ट्रांसफर की है, जिन ग्राहकों का मोबाइल नंबर बैंक में लिंक नहीं है। उन्हीं ग्राहकों के खाते से आरोपित ने बीते एक दिसंबर 2022 से 31 दिसंबर 2023 के बीच दो करोड़ 32 लाख 17 हजार रुपये की धोखाधड़ी की है। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
ऐसे करता था फ्राड
एएसपी राहुल देव शर्मा ने धोखाधड़ी के इस प्रकरण का राजफाश किया। उन्होंने बताया कि आरोपित को शेयर बाजार में रुपये लगाने का शौक था। इसी शौक को पूरा करने के लिए आरोपित वर्ष 2021 से ग्राहकों के खाते की राशि अपने निजी खातों में ट्रांसफर करने का खेल शुरू किया। शुरुआत में आरोपित ने अपने ही कुछ रिश्तेदारों के खाते से हजार-दो हजार रुपये ट्रांसफर किए।
इसके बाद बैंक में पदस्थ रहते आरोपित ने ऐसे ग्राहकों का चयन किया, जिनका मोबाइल नंबर बैंक में लिंक नहीं था। उन्हीं ग्राहकों के खाते से आरोपित अपने निजी बैंक अकाउंट में राशि ट्रांसफर करता था। ग्राहकों के खातों की जानकारी निकालकर आरोपित उस खाते में अपना मोबाइल नंबर लिंक करता था और ओटीपी डालकर उन्हीं खातों से अपने खाते में राशि ट्रांसफर कर रहा था।
वापस ट्रांसफर करते पकड़ा गया
पुलिस ने बताया कि आरोपित आदेशराज ने पिछले एक साल में करीब दो करोड़ 32 लाख 17 हजार रुपये की धोखाधड़ी की। इसमें से 99 लाख 15 हजार रुपये आरोपित ने ग्राहकों के खाते में राशि जमा कर दी। ग्राहकों के खाते में वापस राशि ट्रांसफर करते समय ही आरोपित पकड़ा गया।
आरोपित द्वारा ग्राहकों के खाते में राशि ट्रांसफर करते शाखा प्रबंधक बी. अनुषा ने पकड़ा, जिसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच की। जिसमें धोखाधड़ी का मामला सामने आया। धोखाधड़ी के दो करोड़ 32 लाख 17 हजार रुपये में आरोपित ने 99 लाख 15 हजार रुपये तो ग्राहकों के खाते में जमा करा दिया है, लेकिन एक करोड़ 33 लाख दो हजार रुपये का गबन कर लिया है।
रायपुर से किया गिरफ्तार
कोतवाली थाना प्रभारी एमन साहू ने बताया कि शिकायत दर्ज होते ही आरोपित को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीम ने उसके निवास में दबिश दी, लेकिन आरोपित घर पर नहीं था। मुखबिर की सूचना पर पुलिस की टीम रायपुर रवाना हुई, जहां से उसे हिरासत में लिया गया। थाना लाकर पुलिस ने पूछताछ की, जिसमें आरोपित ने शेयर मार्केट में रुपये लगाने के शौक में ग्राहकों के खाते से अपने निजी खातों में राशि ट्रांसफर करना स्वीकार किया। आरोपित आदेशराज को पुलिस ने जेल भेज दिया है।