छत्तीसगढ़: निलंबित आईएएस रानू साहू की जमानत पर आज सुनवाई संभव, 22 जुलाई को किया गया था गिरफ्तार

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के कोयला घोटाला केस में जेल में बंद निलंबित IAS रानू साहू की जमानत याचिका पर आज हाईकोर्ट में सुनवाई हो सकती है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रानू साहू को इसी साल जुलाई में हिरासत में लिया था। ED की ओर से उन पर कथित कोयला घोटाले में शामिल होने का आरोप है। इससे पहले बुधवार को इसी केस में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव समेत 9 आरोपी फिर से कोर्ट में पेश नहीं हुए।

वहीं, जेल में बंद आरोपियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ऑनलाइन पेशी हुई। इनके कोर्ट में गैरहाजिर रहने पर ED के वकील ने आपत्ति जताई तो जेल प्रशासन की ओर से फोर्स की कमी का हवाला दिया गया। मामले की अगली सुनवाई 6 जनवरी को होगी। आरोपी अगर अब कोर्ट में पेश नहीं होते तो जमानती वारंट जारी किया जाएगा।

ED के वकील सौरभ पांडेय ने बताया कि मामले में आरोपी विधायक देवेंद्र यादव और पूर्व विधायक चंद्रदेव राय समेत 9 लोगों को कोर्ट ने फिर से नोटिस जारी किया है। इनमें कांग्रेस नेता आरपी सिंह, विनोद तिवारी, रोशन सिंह, पीयूष साहू, नारायण साहू, मनीष उपाध्याय भी शामिल हैं।

कोयला घोटाले केस में जेल में बंद सौम्या चौरसिया, IAS समीर बिश्नोई, रानू साहू और सूर्यकांत तिवारी समेत अन्य आरोपियों को कोर्ट में पेश होना था। मामले से जुड़े आरोपी पिछली तीन सुनवाई से कोर्ट में हाजिर नहीं हो रहे हैं, ना ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ रहे हैं।

छत्तीसगढ़ में चुनाव से पहले ED ने बड़ी कार्रवाईयों को अंजाम दिया था। ED ने सरकार के करीबियों और अफसरों के ठिकानों पर लगातार छापेमारी भी की थी। फिलहाल समीर बिश्नोई, रानू साहू और सौम्या चौरसिया न्यायिक हिरासत में जेल में है। तीनों ही अफसर पिछली सरकार के काफी खास थे। ऐसे में माना जा रहा है कि अब सरकार बदलने के बाद इनकी मुश्किलें कम होने के बजाय बढ़ सकती हैं।

चुनाव से पहले बीजेपी ने वादा किया था कि सत्ता में लौटने पर सभी तरह के घोटालों की गंभीरता से जांच कराई जाएगी। वहीं डॉ रमन सिंह ने संभावना जताई है कि प्रदेश में ED की कार्रवाई में तेजी आ सकती है।

छत्तीसगढ़ कोयला स्कैम केस में ED ने निलंबित IAS रानू साहू, निखिल चंद्रकार समेत विधायक देवेंद्र यादव, पूर्व विधायक चंद्रदेव राय, कांग्रेस नेता आरपी सिंह, विनोद तिवारी, रोशन सिंह, पीयूष साहू, नारायण साहू, मनीष उपाध्याय को आरोपी बनाया है। इनमें से IAS रानू साहू और निखिल चंद्राकर पहले से ही जेल में हैं। रानू साहू को 22 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था।