सैन्‍य शिविर पर बम विस्फोट करने की फ‍िराक में उल्फा-आई, ग्रेनेड फेंकने वाले एक कैडर का सरेंडर, असम पुलिस का दावा

नईदिल्ली : प्रतिबंधित यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असोम-इंडिपेंडेंट (उल्फा-आई) ने दहशत पैदा करने के लिए ऊपरी असम क्षेत्र में सेना शिविरों के पास बम विस्फोट करने के लिए अपने कम से कम दो कार्यकर्ताओं को भेजा था. इसकी जानकारी शुक्रवार (24 नवंबर) को एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने दी.

हालांकि, दो कैडरों में से एक ने आत्मसमर्पण कर दिया और प्रारंभिक जांच में उसने पुलिस को उल्फा-आई की योजना के बारे में बताया. 

तिनसुकिया जिले के पुलिस अधीक्षक गौरव अभिजीत दिलीप ने बताया कि 30 वर्षीय कैडर की पहचान अच्युतानंद निओग उर्फ निलॉय असोम के रूप में की गई है, जिसे गैरकानूनी समूह ने तिनसुकिया जिले के मार्गेरिटा उपखंड के अंतर्गत बोर्डिरक गांव में विस्फोट करने के लिए भेजा था. 

उन्होंने कहा कि निओग को असम-अरुणाचल प्रदेश सीमा पर एक सैन्य शिविर के पास के क्षेत्र के पास एक ग्रेनेड फेंकने का निर्देश दिया गया था. 

‘निओग ने जान बचाने को क‍िया आत्मसमर्पण’ 

अधिकारी ने कहा, “पूछताछ के दौरान कैडर ने खुलासा किया कि उसे सेना के शिविरों के पास या भीड़-भाड़ वाली जगहों पर बम विस्फोट करने के लिए कहा गया था और अगर वह ऐसा करने में विफल रहता है, तो उसे कड़ी सजा का सामना करना पड़ता, सबसे अधिक संभावना फांसी के रूप में होती.” पुलिस ने कहा कि निओग ने अपनी जान बचाने के लिए आत्मसमर्पण करना पसंद किया. 

सेना शिविरों के पास विस्फोटक लेने जाने वाले की तलाश  

इस बीच, पुलिस ने दूसरे कैडर को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया जोकि कुछ सेना शिविरों के पास बम विस्फोट करने के लिए विस्फोटक ले जा रहा था. पुल‍िस अध‍िकारी का कहना है क‍ि न‍ियोग ने हमें इलाके में दूसरे कैडर की गतिविधि के बारे में जानकारी दी है. हमें उम्मीद है कि उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

डिराक इलाके में सेना की एक कंपनी बेस के सामने विस्फोट 

बुधवार को तिनसुकिया के डिराक इलाके में सेना की एक कंपनी के बेस के सामने मामूली विस्फोट हुआ. उस विस्फोट से किसी के घायल होने की सूचना नहीं है. 

दूसरे कैडर की तरफ से किया जा सकता है विस्फोट 

पुलिस अधीक्षक के अनुसार, यह संदेह जताया गया है कि विस्फोट दूसरे कैडर की तरफ से किया जा सकता है जैसा कि निओग ने खुलासा किया है.