
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में सभी सीटों पर मतदान शुक्रवार को खत्म हो गया है। रात 9 बजे तक 70 सीटों पर 74% वोटिंग हुई है।अभी आंकड़े और बढ़ सकते हैं।2018 में इन सीटों पर 75.17% वोटिंग हुई थी गरियाबंद की बिंद्रानवागढ़ में नक्सलियों ने पोलिंग पार्टी पर हमला कर दिया। इस दौरान IED ब्लास्ट में ITBP का एक जवान शहीद हो गया है। वहीं, बलौदाबाजार में मतदान की लाइन में लगी एक महिला की हार्ट अटैक से मौत हुई है।
रात 7 बजे तक के आंकड़े के अनुसार इस बार सबसे कम वोटिंग 58.83% रायपुर में और सबसे ज्यादा बालोद में 81.46 प्रतिशत मतदान हुआ है। बिंद्रानवागढ़ के नक्सल प्रभावित 9 बूथों पर 91% वोटिंग हुई है। मतदान के नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे।
5 बड़े जिलों में रात 7 बजे तक मतदान का प्रतिशत
जिला | सुबह 9 बजे तक | 11 बजे तक | दोपहर 1 बजे तक | दोपहर 3 बजे तक | रात 7 बजे तक के आंकड़े |
रायपुर | 6.54 | 19.07 | 32.37 | 46.89 | 58.83 |
दुर्ग | 5.49 | 18.88 | 37.04 | 52.07 | 68.00 |
बिलासपुर | 4.44 | 14.01 | 29.64 | 46.81 | 62.77 |
रायगढ़ | 5.13 | 22.87 | 42.86 | 60.18 | 75.16 |
सरगुजा | 5.56 | 19.98 | 41.03 | 57.24 | 67.71 |
जिन 70 सीटों पर मतदान हुआ है, उनमें से 51 सीटें कांग्रेस के कब्जे में हैं। 2018 के चुनाव में मरवाही विधानसभा सीट JCCJ के पास थी। पूर्व सीएम अजीत जोगी की मौत के बाद हुए उप चुनाव में वह सीट भी कांग्रेस के खाते में चली गई।
चुनाव के दौरान घटनाएं ….
गरियाबंद: बिंद्रानवागढ़ और राजिम
बिंद्रानवागढ़ के नक्सल प्रभावित होने के चलते सुबह 7 बजे से 3 बजे तक मतदान था। वोटिंग खत्म होने के बाद बड़े गोबरा से पोलिंग टीम को जवान बाहर निकाल रहे थे। इसी दौरान नक्सलियों ने IED ब्लास्ट कर दिया। इसकी चपेट में आकर जम्मू निवासी ITBP का जवान जोगिंदर सिंह (45) पुत्र दिलीप सिंह शहीद हो गए। ब्लास्ट के बाद पोलिंग पार्टी को धमतरी के तुमड़ी बहार के रास्ते सुरक्षित निकाला।
बलौदाबाजार: भाटापारा, कसडोल और बलौदाबाजार
जिले के कसडोल विधानसभा के माल्दा गांव में पोलिंग बूथ-76 में मतदान की लाइन में खड़ी सोहाद्रा बाई (60) की हार्ट अटैक से मौत हो गई। मौके पर तैनात जवान उसे तत्काल अस्पताल ले जाने लगे, लेकिन तब तक मौत हो चुकी थी।
बिलासपुर: कोटा, तखतपुर, बेलतरा, बिल्हा, बिलासपुर, मस्तूरी
बिल्हा विधानसभा के बोदरी के ग्राम दडहा में ग्रामीणों ने पोलिंग अफसरों, CMO और पटवारी को बंधक बना लिया। करीब 4 घंटे तक उनका घेराव चलता रहा। इसके बाद पुलिस फोर्स मुश्किल से उन्हें छुड़ाकर ले जा सकी। ग्रामीणों ने सड़क की मांग को लेकर मतदान का बहिष्कार किया था। इसके चलते पोलिंग बूथ पर एक भी वोट नहीं पड़ा। ऐसा ही विरोध मस्तूरी में भी होने से मतदान नहीं हुआ।
रायपुर: उत्तर, पश्चिम, दक्षिण, अभनपुर, आरंग, ग्रामीण, धरसींवा
रायपुर दक्षिण के अश्विनी नगर में मतदान केंद्र के बाहर प्रचार कर रहे बृजमोहन अग्रवाल के भाई और कांग्रेस नेता गजराज पगारिया के बीच विवाद हो गया। वहीं खो-खो पारा में वोटरों को प्रभावित करने की शिकायत मिली। पुलिस ने दोनों जगहों पर पहुंचकर भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ताओं को खदेड़ा। वहीं नया रायपुर के तूता में मतदान को लेकर इतना उत्साह था कि केंद्र खुलते ही महिलाओं ने दौड़ लगा दी।
कोरबा: कोरबा, रामपुर, पाली तानाखार, कटघोरा
कोरबा की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी चंचल तिवारी का डींगापुर स्थित मतदान केंद्र में पहले ही किसी ने वोट डाल दिया। वह अपनी मां के साथ पहली बार वोट डालने के लिए पहुंची थी। वहीं रामपुर के बरपाली गांव में सतनामी समाज के लोग मतदान का बहिष्कार कर घर लौट गए। आरोप है कि बूथ पर पर्ची खोजने के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता ने जाति सूचक टिप्पणी की थी।
रायगढ़: रायगढ़, खरसिया, धरमजयगढ़, लैलूंगा
खरसिया के कुरमा पाली में वोटिंग के दौरान मतदान केंद्र -221 में भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट हो गई। दोनों ओर से जमकर थप्पड़ चले। बताया जा रहा है कि दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच खाने के पैकेट देने को लेकर झड़प हुई थी। वहीं एक परिवार ऐसा भी रहा, जहां सदस्य का निधन होने के बाद भी सभी लोग गेजागुड़ा मतदान केंद्र पहुंचे वोट डाला।