
लखनऊ। भारत ने विश्व कप 2023 के 29वें मुकाबले में इंग्लैंड को हराकर लगातार छठी जीत हासिल की। इस जीत में टीम इंडिया और उसके खिलाड़ियों ने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए। वहीं, इंग्लैंड के नाम भी कई शर्मनाक रिकॉर्ड जुड़ गए। इंग्लिश टीम डिफेंडिंग चैंपियंस भी हैं। 2019 में विश्व चैंपियन की ट्रॉफी जीतने वाली यह टीम इस साल खिताब बचाने उतरी थी, लेकिन विश्व कप से बाहर होने वाली बांग्लादेश के बाद दूसरी टीम बन गई। बांग्लादेश और इंग्लैंड दोनों के छह-छह मैचों के बाद दो-दो अंक हैं और ये दोनों टीमें अधिकतम आठ अंक ही हासिल कर सकती हैं, जो कि सेमीफाइनल क्वालिफिकेशन के लिहाज से बेहद कम है। भारत 12 अंक के साथ शीर्ष पर है, जबकि दक्षिण अफ्रीका के 10 अंक हैं। न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के आठ-आठ अंक हैं और इनके तीन-तीन मैच बचे हैं।
इंग्लैंड के नाम खराब रिकॉर्ड

इंग्लैंड की टीम – फोटो : सोशल मीडिया
इंग्लैंड की टीम तीसरी डिफेंडिंग चैंपियन टीम है जो नॉकआउट में पहुंचने में कामयाब नहीं हो सकी है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया 1992 विश्व कप और श्रीलंका 1999 विश्व कप के नॉकआउट राउंड में पहुंचने में कामयाब नहीं हो पाया था। ऑस्ट्रेलिया ने 1987 और श्रीलंका ने 1996 विश्व कप जीता था और अगले विश्व कप में खिताब बचाने उतरे थे। वहीं, इंग्लैंड की यह इस विश्व कप में पांचवीं हार रही, जो कि किसी डिफेंडिंग चैंपियन टीम द्वारा सबसे ज्यादा है। इससे पहले 1992 में डिफेंडिंग चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने चार मैच गंवाए थे। इंग्लैंड ने कंगारुओं को पीछे छोड़ दिया।
प्लेयर ऑफ द मैच रोहित ने बनाया रिकॉर्ड

रोहित और मैक्ग्रा – फोटो : सोशल मीडिया
रोहित शर्मा ने वनडे विश्व कप में सातवीं बार प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड जीता। उन्होंने अब तक विश्व कप में 23 मैच खेले हैं। विश्व कप में सबसे ज्यादा प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड के मामले में रोहित ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व महान गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा को पीछे छोड़ दिया। मैक्ग्रा ने विश्व कप में 39 मैचों में छह प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड जीते थे। रोहित अब इस अवॉर्ड के मामले में महान सचिन तेंदुलकर से पीछे हैं। सचिन ने 45 विश्व कप मैचों में नौ अवॉर्ड जीते थे। रोहित को मुश्किल पिच पर 87 रन की पारी के लिए यह पुरस्कार दिया गया।
भारत की विश्व कप में 59वीं जीत

भारतीय टीम – फोटो : सोशल मीडिया
भारतीय टीम की विश्व कप में कुल 59वीं जीत है। उसने इस टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे ज्यादा जीत के मामले में न्यूजीलैंड को पीछे छोड़ दिया। न्यूजीलैंड ने 58 मैच जीते हैं। अब भारत से आगे सिर्फ ऑस्ट्रेलिया है। उसने 73 मैच जीते हैं।
30 साल पुराने रिकॉर्ड की बराबरी

बुमराह और शमी – फोटो : सोशल मीडिया
भारतीय गेंदबाजों ने मैच में शानदार प्रदर्शन किया और इंग्लैंड के छह बल्लेबाजों को क्लीन बोल्ड किया। टीम इंडिया ने इससे पहले 1996 में श्रीलंका के छह बल्लेबाजों को शारजाह और 1993 में वेस्टइंडीज के छह बल्लेबाजों को कोलकाता में क्लीन बोल्ड किया था। टीम इंडिया की ओर से किसी वनडे में सबसे ज्यादा बल्लेबाजों को बोल्ड करने की यह सबसे बड़ी संख्या है। भारत ने इस मामले में 30 साल पुराने रिकॉर्ड की बराबरी की। वहीं, इंग्लैंड के छह बल्लेबाजों का बोल्ड होना किसी विश्व कप में दूसरा सबसे ज्यादा है। इससे पहले 1975 में ईस्ट अफ्रीका के सात बल्लेबाज इंग्लैंड के खिलाफ क्लीन बोल्ड हुए थे।
इंग्लैंड का यह शर्मनाक रिकॉर्ड

भारत बनाम इंग्लैंड – फोटो : सोशल मीडिया
इंग्लैंड की टीम इस विश्व कप में पिछले तीन वनडे में 170 (दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ), 156 (श्रीलंका के खिलाफ) और 129 (भारत के खिलाफ) के स्कोर पर ऑलआउट हुई है। इससे पहले कभी भी इस टीम की पारी लगातार मैचों में 200 से कम के स्कोर पर नहीं खत्म हुई थी।
शमी ने छठी बार लिए विश्व कप में 4+ विकेट

विकेट लेने के बाद मोहम्मद शमी – फोटो : सोशल मीडिया
शमी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पांच विकेट और इंग्लैंड के खिलाफ चार विकेट लेकर इस विश्व कप में तहलका मचा दिया है। इसी के साथ उन्होंने विश्व कप में अपने कुल विकेटों की संख्या 40 कर ली है। भारतीय गेंदबाजों में उनसे आगे 44-44 विकेट लेने वाले जहीर खान और जवागल श्रीनाथ हैं। हालांकि, शमी ने ये विकेट विश्व कप के सिर्फ 13 मैच में लिए हैं, जबकि जहीर ने इसके लिए 23 मैच और श्रीनाथ ने 34 मैच खेले थे। यही नहीं शमी ने विश्व कप में छठी बार एक मैच में चार या उससे अधिक विकेट लेने की उपलब्धि हासिल कर मिचेल स्टार्क की बराबरी की। शमी ने विश्व कप में दो बार पांच विकेट और चार बार चार विकेट लिया है।
मैच में क्या हुआ?

बुमराह और शमी – फोटो : सोशल मीडिया
मैच की बात करें तो टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 50 ओवर में नौ विकेट गंवाकर 229 रन बनाए थे। कप्तान रोहित ने 101 गेंद में 10 चौके और तीन छक्के की मदद से 87 रन की पारी खेली, जबकि सूर्यकुमार यादव ने आखिर में 47 गेंद में उपयोगी 49 रन बनाए। जवाब में इंग्लैंड की टीम 34.5 ओवर में 129 रन पर सिमट गई थी। लियम लिविंगस्टोन (27) को छोड़कर कोई इंग्लिश बल्लेबाज 20+ का स्कोर नहीं बना सका। टीम इंडिया ने 100 रन से मैच अपने नाम किया। इस जीत के साथ ही भारत के अब छह मैच में 12 अंक हो गए हैं और वह सेमीफाइनल में पहुंचने के करीब है। दूसरी ओर, इंग्लैंड को छह मैचों में पांचवीं हार मिली है और उसके सिर्फ दो अंक हैं। भारत की इंग्लैंड पर विश्व कप में 20 साल में यह पहली जीत है। उसे पिछली जीत 2003 में मिली थी। उसके बाद 2011 में दोनों टीमों के बीच मुकाबला टाई रहा था। वहीं, 2019 में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा था।