अंबिकापुर: कांग्रेस से आए राजेश अग्रवाल को भाजपा ने बनाया प्रत्याशी, सिंहदेव से नाराज होकर छोड़ी थी पार्टी, अब विधानसभा चुनाव में आमने-सामने

अंबिकापुर में टिकट मिलने के बाद जश्न मनाते समर्थकों के साथ बीजेपी प्रत्याशी राजेश अग्रवाल। - Dainik Bhaskar

अंबिकापुर। भाजपा ने बुधवार को जारी अपनी अंतिम सूची में हाई प्रोफाइल अंबिकापुर विधानसभा सीट से राजेश अग्रवाल को प्रत्याशी बनाया है। अंबिकापुर विधानसभा क्षेत्र में प्रदेश के डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव चौथी बार चुनाव मैदान में हैं। इस हाईप्रोफाइल सीट पर अंतिम समय तक प्रत्याशी चयन को लेकर संशय बना रहा।

आखिरकार भाजपा ने यहां नए चेहरे राजेश अग्रवाल को चुनाव मैदान में उतारा है। टिकट कटने से बगावत पर उतरे सामरी के विधायक चिंतामणी महाराज ने भी अंबिकापुर से भाजपा का टिकट देने की शर्त रखकर संशय को बढ़ा दिया था।

अंबिकापुर से बीजेपी प्रत्याशी बनाए गए राजेश अग्रवाल ने डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव से नाराज होकर कांग्रेस छोड़ दी थी। राजेश अग्रवाल लंबे समय तक कांग्रेस में रहे और लखनपुर क्षेत्र में कांग्रेस के बड़े नेता माने जाते थे। 2009 के निकाय चुनाव में टिकट न मिलने पर उन्होंने बगावत कर दी थी।

निर्दलीय नगर पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़ा। वह महज एक वोट के अंतर से कांग्रेस उम्मीदवार से चुनाव हार गए थे। साल 2014 में कांग्रेस ने उन्हें नगर पंचायत अध्यक्ष का टिकट दिया और वह नगर पंचायत अध्यक्ष बने थे।

नगर पंचायत अध्यक्ष रहते हुए टीएस सिंहदेव से नाराजगी के कारण राजेश अग्रवाल ने वर्ष 2017 में कांग्रेस छोड़ दी और भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्होंने 2018 के विधानसभा चुनाव में भी भाजपा से विधानसभा की दावेदारी की थी, लेकिन भाजपा ने फिर से अनुराग सिंहदेव को प्रत्याशी बनाया था। इस बार भाजपा ने राजेश अग्रवाल के चेहरे पर भरोसा जताया और उन्हें प्रत्याशी घोषित किया है।