
रायगढ़। कोलता समाज की संभागीय इकाई ने भाजपा को अल्टीमेटम दिया है कि अगर हमारे समाज से किसी व्यक्ति को उम्मीदवार नहीं बनाया तो विद्रोह करने के लिए बाध्य होंगे। इस संबंध में समाज के संभागीय अध्यक्ष ललित साहा ने बीजेपी के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर को पत्र लिखकर रायगढ़ विधानसभा से टिकट सुनिश्चित करने की मांग की।
3 बिंदुओं पर रखी अपनी मांग
- स्व. केशव चंद्र साहा (स्वतंत्रता संग्राम सेनानी) बड़े नवापारा द्वारा तत्कालीन कांग्रेस पार्टी से टिकट मांगा एवं नहीं मिली तो सरिया विधानसभा से निर्दलीय लड़े।
- स्व. पूर्णचंद्र गुप्ता सर्वोदय नेता कांग्रेस से टिकट मांगा और नहीं मिला तो रायगढ़ विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़े।
- स्व. बिराजेश्वर प्रधान समाज सेवक ने 2003 में भाजपा से टिकट की मांग की और टिकट नहीं मिला तो सरिया विधानसभा सीट से निर्दलीय चुना लड़े। द्वितीय स्थान पर रहे और भाजपा का अधिकृत प्रत्याशी तीसरे स्थान पर रहा ।

कोलता समाज ने बीजेपी से टिकट की मांग की
कोलता समाज के प्रतिभावान नेता हमेशा से टिकट की मांग करते रहे हैं, क्योंकि रायपुर, महासमुंद, बसना, सराईपाली, सारंगढ़, रायगढ़, खरसिया, लैलूंगा, धरमजयगढ़, पत्थलगांव आदि विधानसभा के चुनावों को कोलता समाज के मतदाता प्रभावित करते हैं।
40,000 से ज्यादा मतदाता
रायगढ़ विधानसभा में 40,000 से ज्यादा मतदाता कोलता समाज का है, जो रायगढ़ सीट की हार-जीत को तय करता है। समाज के अधिकांश वर्ग भारतीय जनता पार्टी का समर्थन करते हैं। उनका कहना है कि कोलता समाज के किसी नेता को टिकट नहीं मिलेगा तो निश्चित ही विद्रोह होगा।
जीत हासिल नहीं कर सके बीरबल गुप्ता
कोतला समाज के लोगों का कहना है कि रायगढ़ से भाजपा को हार का सामना करना पड़ेगा। यहां यह उल्लेख करना जरूरी होगा कि भाजपा ने दो बार पुसौर अंचल के धाकड़ नेता बीरबल गुप्ता को उम्मीदवार बनाया था। बीरबल गुप्ता ने कई बार विधानसभा चुनाव में भाग्य आजमाया, लेकिन कभी भी वे जीत नहीं पाए।