25 करोड़ की चोरी: दिल्ली का बंटी या छत्तीसगढ़ का लोकेश कौन ज्यादा शातिर?, ये आंकड़े देख आप खुद करें फैसला

Who is the more vicious thief Bunty of Delhi or Lokesh of Chhattisgarh

नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ पुलिस हाई प्रोफाइल चोर लोकेश श्रीवास को बेहद बुद्धिमान बताती है। छत्तीसगढ़ की पुलिस इसकी वारदातों से इस कदर परेशान हो गई थी कि उसे चार जिलों से एक वर्ष के लिए तड़ीपार कर दिया था। जब बात हाईप्रोफाइल चोर लोकेश श्रीवास की होती है तो दिल्ली के विकासपुरी के रहने वाले सुपरचोर बंटी की खुद ब खुद याद आ जाती है। जिस तरह सुपर चोर बंटी दिमाग लगाकर चोरी की वारदात करता था उसी तरह लोकेश श्रीवास भी चोरी करता था। दोनों की वारदातों के तरीके आपस में काफी मिलते-जुलते हैं। 

दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लोकेश को जिस तरह मौका लगता था उसी तरह वह वारदात करता था। लोकेश ने मध्यप्रदेश में एक बार पीपीई किट पहनकर डॉक्टर बनकर चोरी की वारदात की थी। उस समय उसने आठ किलो सोना चोरी किया था। हालांकि बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर सोना बरामद कर लिया था।

स्थानीय स्तर पर कहा जाता है गोलू
-वह एक ही पेचकस से वारदात को अंजाम देता है।
-छत के जरिए सोने की दुकान व शोरूम में घुसता है।
-सिर्फ सोने की दुकान में चोरी करता है आरोपी।
-सोने व डायमंड के आभूषण ही चुराता है।
-उमराव शोरूम में उसने चांदी के गहने नहीं चुराए थे।
-रेकी कर चोरी की वारदात को अंजाम देता है।

पुलिस कस्टडी से भागने में माहिर
आरोपी लोकेश पुलिस कस्टडी से फरार होने में माहिर है। वह सुपर चोर बंटी की तरह एक बार पुलिस कस्टडी से फरार हो चुका है। लोकेश पूरे देश में चोरी करता है। उसे महंगी कार व फोन का शौक है।

देवेंद्र सिंह उर्फ बंटी यानि सुपर चोर
-देवेंद्र सिंह उर्फ बंटी को सुपर चोर के नाम से जाना जाता है।
-वह भी सिर्फ पेचकस से चोरी की वारदातें करता है।
-आदतन चोर था और चोरी करने पर ही पाता है सुकून
-अभिनेता अभय देओल की फिल्म ‘ओए लकी’ बंटी चोर के किरदार पर थी आधारित।
-देवेंद्र ने 1993 से लूट और लोगों के घरों से चोरी करना शुरू किया।
-बेंगलूरू, दिल्ली, चेन्नई और मुंबई समेत अन्य जगहों पर 500 चोरियों को अंजाम दिया।
-कई बार पुलिस के शिकंजे में आया, हर बार अलग-अलग तरीकों से भागने में कामयाब।

शातिर दिमाग से करता है प्लान
बंटी भी लोकेश की तरह दिमाग से चोरी करता है। बंटी एक बार दक्षिण दिल्ली की एक कोठी में चोरी करने घुसा। एक कमरे में पति-पत्नी सो रहे थे। उसने नीचे कांच के टुकड़े डाल दिए और उनकी चप्पल वहां से हटा कर दूर रख दी। आवाज सुनकर जैसे ही पति-पत्नी उठे और नीचे पैर रखे तो उनके पैरों में कांच के टुकड़े लग गए और बंटी आराम से चोरी कर फरार हो गया।

2010 में जेल से रिहा होने के बाद, बंटी ने खुद को एक सुधरे हुए व्यक्ति के रूप में पेश किया और मीडियाकर्मियों से कहा कि उसे “ज्ञान” मिल गया है। पुलिस अधिकारी, जो तब तक उसकी रणनीति के बारे में जानते थे, ने उस पर सावधानीपूर्वक निगरानी रखी और इस बार जब वह दिल्ली में एक और चोरी करने आया तो उसे चकमा दे दिया।

2017 में, बंटी चोर ने कथित तौर पर चेन्नई की पूजापुरा सेंट्रल जेल में लाइट बल्ब खाकर आत्महत्या का प्रयास किया।

53 वर्षीय बंटी को पिछले हफ्ते उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात से गिरफ्तार किया गया था। हालांकि पुलिस इस बार कड़ी निगरानी रख रही है, लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वह फिर से भाग जाता है।