रायपुर। रायपुर सहित छत्तीसगढ़ के कई जिलों में रविवार तड़के से ही बारिश का दौर जारी है। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, बिलासपुर, मुंगेली, बेमेतरा, राजनांदगांव, कबीरधाम जिलों के एक दो स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए सुबह 8.30 बजे से यलो अलर्ट जारी किया है। इससे पहले शनिवार को भी प्रदेश के अधिकांश स्थानों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई।
बीते 24 घंटों में इन जिलों में हुई बारिश (आंकड़े मिलीमीटर में)
दुर्ग | 170.4 |
बलौदाबाजार (सिमगा) | 155 |
कोरबा (करतला ) | 125.4 |
जांजगीर (चांपा) | 115.9 |
रायगढ़ (खरसिया) | 135.4 |
बेमेतरा (बेरला) | 65.5 |
राजनांदगांव (छुरिया) | 46.7 |
रायपुर (तिल्दा) | 42.6 |
सुकमा 41.8 | 40.4 |
बलरामपुर( रामानुजगंज) | 40.4 |
इन जिलों में कम हुई बारिश
बस्तर, दंतेवाड़ा, कोंडागांव, कांकेर, मुंगेली, गरियाबंद, महासमुंद, कबीरधाम जिले में कम बारिश हुई है।
कैसे रहेंगे अगले 24 घंटे
इन जिलों में हल्की से मध्यम बारिश
- सरगुजा, जशपुर, कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर, रायगढ़,जांजगीर,कोरबा,महासमुंद,रायपुर,बलौदाबाजार ,धमतरी ।
इन जिलों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना
- गौरेला पेंड्रा मरवाही, बिलासपुर, मुंगेली, बेमेतरा,कबीरधाम,राजनांदगांव
क्या कहते हैं मौसम विशेषज्ञ
मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार औसत समुद्र तल पर एक मानसून ट्रफ जैसलमेर, कोटा, गुना, सतना, पुरुलिया, कृष्णानगर और वहां से पूर्व की ओर मणिपुर तक गुजरती रहती है। दक्षिण-पश्चिम बिहार और आसपास के क्षेत्र में चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 4.5 किमी ऊपर तक फैला हुआ है।
एक ट्रफ उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश से लेकर उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश से होते हुए पश्चिम असम तक तथा दक्षिण- पश्चिम बिहार के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 0.9 और 1.5 किमी के बीच कायम है। अगले 5 दिनों में अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री वृद्धि की संभावित है।
कब जारी किया जाता है यलो अलर्ट?
जब कई जगह पर भारी बारिश की आशंका होती है तो सरकार यलो अलर्ट जारी करती है। यलो अलर्ट में 64.5 से 115.5 मिमी तक बारिश होने की उम्मीद होती है। मौसम विभाग की ओर से यलो अलर्ट जारी करने का मतलब है कि अभी कोई खतरा नहीं है, लेकिन मौसम कभी भी खतरनाक हालात बना सकता है। इसमें भारी बारिश के 2 घंटे तक होने की आशंका रहती है। साथ ही बाढ़ आने की आशंका भी रहती है।