Kim Jong Un: बैठक से पहले कुर्सी पर लगाया पोछा, छिड़का स्प्रे; क्या किम को पुतिन की सुरक्षा पर नहीं भरोसा?

kim jong un chair disinfected before meet with vladimir putin in russia

मॉस्को। यूक्रेन युद्ध के बीच उत्तर कोरिया के सुप्रीम नेता किम जोंग उन के रूस दौरे पर दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं। अपने दादा और पिता की तरह गुरवार को वह भी बुलेटप्रूफ ट्रेन के जरिए मॉस्को पहुंचे और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से उन्होंने मुलाकात की। इस मुलाकात से पहले एक ऐसा वाकिया सामने आया है, जो चर्चा का विषय बनी हुई है। 

दरअसल, राष्ट्रपति पुतिन के साथ उनकी बैठक होनी थी। इस दौरान वह जिस कुर्सी पर बैठे, उसे उन्होंने काफी देर तक साफ किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, किम के सुरक्षा कर्मियों ने कुर्सी को कीटाणु रहित करने में काफी समय लगाया। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। 

वीडियो में उत्तर कोरिया के सुरक्षा कर्मी हाथों में सफेद दस्ताने पहने हुए नजर आ रहे हैं। इसमें उन्हें उन की काली कुर्सी को पोंछते और एक स्प्रे छिड़कते हुए दिखाया गया है। वहीं, रूसी राष्ट्रपति के अंगरक्षख उसे देख रहे हैं। 

एक सुरक्षाकर्मी केवल कुर्सी ही नहीं बल्कि सीट, हैंड, पैर और आसपास के एरिया पर स्प्रे करते और पोछा लगाते नजर आ रहा है। हालांकि, इसी दौरान एक अन्य उत्तर कोरियाई सुरक्षाकर्मी उन्हें कोई आदेश देता है। हालांकि यह पता नहीं चल पाया कि उसे क्या आदेश दिया गया। खबरों के मुातबिक, किम की सुरक्षा से सौ अधिक लोग शामिल थे। ऐसे में इस बात पर चर्चा शुरू हो गई है कि क्या किम को पुतिन की सुरक्षा पर भरोसा नहीं है। 

हथियार सौदे पर सहमत हो सकते हैं किम और पुतिन
बीते चार सालों में यह किम जोंग उन की पहली रूस यात्रा है। इस दौरान पुतिन और किम एक हथियार सौदे पर सहमत हो सकते हैं। इससे पहलेअमेरिका ने कड़ी चेतावनी दी थी। अमेरिकी विदेश विभाग ने बुधवार को कहा था कि अगर रूस और उत्तर कोरिया कोई नया हथियार सौदा करते हैं तो बाइडन प्रशासन उन पर और अधिक प्रतिबंध लगाने में जरा भी संकोच नहीं करेगा। 

किम जोंग उन का रूस दौरा क्या है? 
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उत्तर कोरिया के किम जोंग उन आज एक शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। यह सम्मेलन रूस के सुदूर पूर्वी अमूर क्षेत्र में व्लादिवोस्तोक कोस्मोड्रोम अंतरिक्ष केंद्र में हो रहा है। यहां उनका स्वागत किया गया। रूस दौरे पर किम जोंग उन ने कहा कि यह दौरा दोनों देशों के संबंधों के रणनीतिक महत्व को दर्शाता है।