वाशिंगटन। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने गुरुवार को यूएफओ पर आधारित अपनी बहुप्रतीक्षित रिपोर्ट जारी कर दी। नासा ने यूएफओ के विषय पर एक साल तक अध्ययन किया और अब रिपोर्ट जारी की है, जिस पर पूरी दुनिया का ध्यान गया है। 33 पेज की इस रिपोर्ट में नासा ने बताया है कि इस विषय पर विस्तृत अध्ययन के लिए नई वैज्ञानिक तकनीकों और एडवांस सैटेलाइट्स की जरूरत होगी। रिपोर्ट में नासा ने माना है कि यूएफओ हमारे ग्रह के सबसे बड़े रहस्यों में से एक हैं। रिपोर्ट जारी करते हुए नासा के प्रबंधक बिल नेल्सन ने कहा कि उनका मानना है कि इस ब्रह्मांड में पृथ्वी के अलावा भी जीवन है।
यूएफओ की तकनीक बेहद उन्नत
नासा ने कहा कि वह जिन नए मिशन की योजना बना रहे हैं, उनमें ग्रह के वातावरण और सतह पर एलियंस तकनीक का पता लगाने का भी प्रयास करेंगे। नासा ने ये भी कहा कि वह यूएफओ पर रिसर्च के लिए नए निदेशक का एलान करेंगे। रिपोर्ट में नासा ने बताया कि अर्थ पर नजर रखने वाली सैटेलाइट्स में स्पेटियल रेजोल्यूशन की कमी होती है, जिसके चलते यूएफओ या यूएपी जैसे छोटे ऑब्जेक्ट्स पर नजर नहीं रखी जा सकती। पेंटागन ने पूर्व में एक वीडिया जारी किया था, जिसमें नौसेना के पायलटों ने अमेरिका के पूर्वी और पश्चिमी तटों पर कुछ रहस्यमयी एयरक्राफ्ट देखे थे। इन एयरक्राफ्ट्स की गति मौजूदा एविएशन तकनीक से भी ज्यादा थी, साथ ही एयरक्राफ्ट की बनावट भी रहस्यमयी थी, जिसमें ये पता नहीं लग पाया कि फ्लाइट को कंट्रोल कहां से किया जा रहा है।
नासा ने कहा कि एआई तकनीक की मदद से यूएफओ को लेकर अध्ययन किया जाएगा।