छत्तीसगढ़: 48 घंटे बाद पूर्व सरपंच को सड़क पर अधमरा छोड़ा, शरीर पर गंभीर चोट के निशान; नक्सलियों ने किया था अगवा

बीजापुर। जिले में नक्सलियों ने अगवा किए पूर्व सरपंच और BJP कार्यकर्ता महेश गोटा को अधमरा कर छोड़ दिया है। लाठी-डंडे से उसकी पिटाई कर धारदार हथियार से उस पर वार किया गया है। सिर पर गंभीर चोटें आई हैं।

नक्सलियों ने महेश गोटा को रात करीब 11 बजे फरसेगढ़-कुटरू मार्ग पर अधमरा फेंक दिया था। जानकारी परिजनों को मिली तो कुछ ही देर में वे मौके पर पहुंचे। फिर एंबुलेंस 108 की मदद से घायल को बीजापुर जिला अस्पताल लाया गया। जहां उनकी हालत काफी नाजुक बनी हुई है।

फरसेगढ़, कुटरू, गुदमा सहित कई गांवों के करीब 200 से 250 ग्रामीण रविवार की सुबह पूजा करने के लिए दामाराम गांव में स्थित कुपरेल की पहाड़ी गए थे। इसी दौरान 50 से ज्यादा ग्रामीणों को नक्सलियों ने अगवा कर लिया और अपने साथ ले गए थे। जिसमें पूर्व सरपंच महेश गोटा भी शामिल था। नक्सलियों ने पूछताछ के बाद 49 ग्रामीणों को उसी दिन देर शाम को छोड़ दिया था। महेश गोटा को बंधक बनाकर रखा था।

पूर्व सरपंच और भाजपा नेता महेश गोटा की पुरानी तस्वीर।

पूर्व सरपंच और भाजपा नेता महेश गोटा की पुरानी तस्वीर।

महेश के परिजनों ने बताया कि, महेश के शरीर में काफी जगह चोट के निशान हैं। उसकी स्थिति नाजुक बनी हुई है। बोलने की स्थिति में नहीं है। महेश के अधमरी अवस्था में मिलने की जानकारी पुलिस को दी गई है। उधर, जिन 49 ग्रामीणों को नक्सलियों ने रिहा किया है उनमें काफी दहशत बनी हुई है।

बेटी ने की थी अपील

महेश गोटा की छोटी बेटी का एक वीडियो भी सामने आया था। जिसमें वह अपील करते हुए कह रही थी कि, मेरे पापा पूजा करने गए थे। तभी उन्हें नक्सली उठाकर ले गए। मैं चाहती हूं की मेरे पापा को नक्सली छोड़ दें।

हर साल होती है पूजा

दामाराम गांव में स्थित कुपरेल की पहाड़ी पर हर साल ये ग्रामीण पूजा करने जाते हैं। यह पूजा अच्छी खेती और क्षेत्र में शांति के लिए की जाती है। इसी दौरान नक्सलियों ने 50 से ज्यादा ग्रामीणों को अगवा किया था। बाकियों को छोड़ दिया था और पूर्व सरपंच महेश गोटा को बंधक बना लिया था।