Video: ईशान किशन ने दिलाई कैरी की याद, ओवर खत्म होने पर होल्डर को आउट करने की कोशिश; जानें क्यों नहीं हुए सफल

Ishan kishan tried to stump out jason holder in IND vs WI first test Video recalls alex carey

नई दिल्ली। भारतीय विकेटकीपर ईशान किशन ने खेल भावना और क्रिकेट के नियम की बहस को फिर हवा दे दी है। वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच में किशन ने जेसन होल्डर को जिस तरीके से आउट करने की कोशिश की उसने सभी को ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर एलेक्स कैरी की याद दिला दी। हालांकि, किशन अपने प्रयास में सफल नहीं हुए और होल्डर वेस्टइंडीज की दूसरी पारी में नाबाद लौटे।

ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने एशेज टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में इंग्लैंड के जॉनी बेयरस्टो को क्रीज से बाहर निकलने पर स्टंपिंग कर दी थी, जबकि बेयरस्टो ओवर खत्म होने के बाद अपने साथी खिलाड़ी से बात करने जा रहे थे। इस पर खासा बवाल हुआ था और इंग्लैंड के समर्थकों का कहना था कि कैरी ने खेल भावना के खिलाफ जाकर बेयरस्टो को आउट किया है, लेकिन दिग्गजों का मानना था कि कैरी ने नियमों के आधीन रहकर बेयरस्टो को आउट किया है। 

किशन ने डोमिनिका टेस्ट में वेस्टइंडीज के जेसन होल्डर को दो बार स्टंप आउट करने की कोशिश की। वेस्टइंडीज की दूसरी पारी के 31वें ओवर में रवींद्र जड़ेजा की गेंद पर होल्डर बल्ले के सात संपर्क नहीं कर सके। ऐसे में किशन ने होल्डर के क्रीज से बाहर निकलने का इंतजार किया और बेल्स गिरा दीं। निर्णय को तीसरे अंपायर के पास भेजा गया और रीप्ले में पता चला कि होल्डर ने अपना पैर नहीं उठाया था बल्कि उसे खींच लिया था। 33वें ओवर में होल्डर क्रीज से बाहर चले गए और किशन ने फिर से उन्हें स्टंप आउट करने की कोशिश की। हालांकि, अंपायरों ने किशन को सूचित किया कि ओवर खत्म हो चुका था इसलिए यह आउट नहीं है। 

किशन का दूसरा प्रयास एशेज में लॉर्ड्स में दूसरे टेस्ट की याद दिलाता है। मैच के अंतिम दिन 371 रनों का पीछा करते हुए बेयरस्टो कप्तान बेन स्टोक्स (155) के साथ मैच के महत्वपूर्ण चरण में साझेदारी बना रहे थे। हालांकि, जब वह कैमरून ग्रीन की धीमी बाउंसर पर चकमा खा गए और फिर यह सोचकर क्रीज से बाहर निकल गए कि गेंद पहले ही ‘डेड’ हो चुकी है, तो विकेटकीपर कैरी ने गिल्लियां बिखेर दीं। तीसरे अंपायर माराइस इरास्मस ने इसे ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में स्टंप आउट करार दिया। 

हैरान बेयरस्टो वापस चले गए लेकिन मैच के बाद नाखुश इंग्लैंड के कप्तान ने ऑस्ट्रेलियाई रणनीति की सराहना नहीं की क्योंकि उन्हें लगा कि वे स्पष्ट रूप से जानते थे कि बेयरस्टो एक रन चुराने की कोशिश में बाहर नहीं निकले थे।