नई दिल्ली। कोविड वैक्सीन लेने वाले लोगों के डाटा को सुरक्षित रखने वाले कोविन पोर्टल में पटना, बिहार के सिर्फ नौवीं कक्षा तक पढ़े छात्र ने सेंध लगा दी थी। वह अपने भाई के साथ कोविन पोर्टल तक पहुंच गया और उसने पोर्टल पर डाटा सर्च करने के लिए बॉट (सर्चिंग ऑपशन) बना दिया।
इसके बाद बॉट को अपने टेलीग्राम पर बनाए गए चैनल पर डाल दिया। इस चैनल के जरिए लोग कोविन पोर्टल तक जा सकते थे। हालांकि इसने इस चैनल पर एक्सेस करने की अनुमति इसके बनाए गए एक ग्रुप के लोगों को ही दी थी। चैनल को सब्सक्राइव करने वाले पोर्टल तक जा सकते थे। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की आईएफएसओ ने बड़े भाई को तीन दिन की रिमांड पर ले रखा है। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कोविन पोर्टल से कथित डाटा लीक की शिकायत दिल्ली पुलिस को गत शनिवार को दी गई थी।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की आईएफएसओ में मामला दर्जकर जांच शुरू की। तेजी से हुई जांच के परिणामस्वरूप एक दिन बाद ही रविवार को पटना, बिहार से दोनों आरोपी भाइयों को पकड़ लिया। बड़े भाई ने बीटेक किया हुआ है। छोटे भाई की उम्र 17 वर्ष है। वह कागजों में तो सिर्फ नौवीं कक्षा पास है। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने गत आठ व नौ जून को अपने टेलीग्राम चैनल पर बॉट डाला था। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों को पकड़ लिया। कहा जा रहा है कि पोर्टल के सिक्यूरिटी फीचर्स क्वालिटी वाले नहीं थे।
नहीं हुआ डाटा लीक-दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि अभी तक जांच में ये बात सामने आई है कि कोविन पोर्टल से डाटा लीक नहीं हुआ है। आरोपियों ने जब सिस्टम बनाया था तो पोर्टल पर सब दिख रहा था। हालांकि बाद में इन्होंने ऐसा सिस्टम बना दिया या समझदारी दिखाई कि पोर्टल पर मोबाइल नंबर डालने पर पूरी जानकारी दिखाई नहीं देती थी। आठ व नौ जून से लेकर अब तक कुछ लोग ही डाटा देख पाए थे। हालांकि पुलिस की जांच अभी इस ओर है कि डाटा लीक हुआ है या नहीं। इसकी बारीकी से छानबीन की जा रही है।
बेटों से लॉगिन करवाती थी मां
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उनकी मां पटना में एएनएम (नर्स) है। इनकी मां को कोविड वैक्सीन लेने वालों का डाटा पता करने के लिए सरकारी आईडी व पासवर्ड मिला हुआ था। इनकी मां को कंप्यूटर की ज्यादा जानकारी नहीं है। ऐसे में वह अपने दोनों बेटों को आईडी व पासवर्ड देकर लॉगिन करवाती थी। छोटे भाई ने आईडी व पासवर्ड को बाईपास कर दिया। इसके बाद इन्होंने बॉट बना दिया और टेलीग्राम चैनल पर डाल दिया।
पैसे के लिए नहीं सीखने के लिए किया
आरोपियों ने बताया कि इनके पास इनकी मां की आईडी व पासवर्ड था। इसके बाद ये गूगल पर पढ़-पढ़कर आगे बढ़ते चले गए। अभी तक जांच में पैसे की कोई बात सामने नहीं आई है। इन्होंने पोर्टल पर हिट करने का ऐसा तरीका दे दिया कि अगर कोई पर अपना मोबाइल नंबर डालता तो उसकी पूरी डिटेल आ जाती।