बिलासपुर: एक लड़की का 2 लड़कों से था अफेयर, एक ने दूसरे को सुला दी मौत की नींद; 2 सौ CCTV कैमरों ने खोला कत्ल का राज

बिलासपुर। बिलासपुर में एक लड़की का 2 लड़कों से अफेयर था. इस अफेयर ने एक युवक की जिंदगी छीन ली, तो वहीं तीन कातिल सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं. सनकी आशिक ने दूसरे प्रेमी को इतनी बेरहमी से मारा कि किसी का भी रूह कांप उठे.

बीते दिनों शहर में एक युवक की लाश को कार सवार फेंककर रफूचक्कर हो गए थे, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई थी. पुलिस अलग-अलग एंगल से मामले की जांच कर रही थी. इसी बीच पुलिस को जानकारी अफेयर के बारे में मिली, जिसके बाद धीरे-धीरे कत्लकांड से पर्दा उठता गया और कातिल सलाखों के पीछे पहुंच गए.

मालूम हो कि यश साहू उर्फ टीनू पिता राजेश साहू उम्र 20 वर्ष सा. ग्राम लखनपुर जिला सरगुजा निवासी की हत्या हुई थी. पुलिस ने आरोपियों की पतासाजी के लिए कोंचिग इस्टीट्यूट के CCTV कैमरे और शहर के लगभग 200 अलग-अलग स्थानों पर लगे CCTV कैमरों की बारीकी से जांच की.

पुलिस ने बताया कि इसके साथ ही अन्य तकनीकी माध्यमों से भी प्रकरण के अज्ञात आरोपियों के बारे में पता लगाया गया, जिसमें यश साहू का चकरभाठा क्षेत्र की एक युवती से प्रेम संबंध का पता चला. साथ ही उसी युवती का चकरभाठा के किसी अन्य युवक से भी प्रेम संबंध था, जिसके बारे में बारीकी से पता लगाने पर पता चला कि उक्त युवती का प्रेम संबंध चकरभाठा के राहुल नामदेव नामक युवक से भी था.

आरोपी राहुल नामदेव अधिकतर अपनी प्रेमिका को कोचिंग संस्थान के आसपास देखने भी जाता था. उसी दौरान उसे पता चला कि आरोपी की प्रेमिका यश साहू से भी प्रेम करती है, जिससे क्षुब्ध होकर आरोपी पूर्व में भी यश साहू को अपने प्रेमिका से दूर रहने के लिए चेतावनी दे चुका था.

इसके बाद आरोपी राहुल नामदेव दोबारा कोचिंग संस्थान पहुंचा. जहां यश साहू और अपनी प्रेमिका को एक साथ देखकर वह आग बबूला हो गया. पहले तो उसने अपनी प्रेमिका के साथ नोंक झोंक की. उसके बाद यश साहू को सबक सिखाने और मारने का प्लान बनाया. प्लान के मुताबिक आरोपी राहुल नामदेव यश साहू को कोचिंग संस्था से बुलाकर अपनी स्कूटी पर बिठाकर मारपीट करते हुए चकरभाठा ले गया.

वह उसे चकरभाठा नयापारा के एक बंद पड़े ढाबे में ले गया और वहां यश साहू की बेरहमी से पिटाई की गई. उसके बाद अपने अन्य साथी विनय सांडिल्य व उमेश वर्मा को भी लाठी डण्डा लेकर ढाबे में बुलवाया. उसके बाद तीनों मिलकर यश साहू की लाठी डण्डा और बेल्ट से बेरहमी से पिटाई की. यश साहू वहीं अधमरा हो गया. उसके बाद आरोपी राहुल नामदेव को यह आभास हो गया कि यश साहू की मृत्यु हो सकती है, तब राहुल नामदेव हत्या के जुर्म से बचने के लिए यश साहू को अधमरे हालत में अपनी स्कूटी पर बैठाकर चकरभाठा हाईकोर्ट मोड़ के पास ले गया. फिर एक ऑटो को रोका. ऑटो में उसे बैठाकर चालक को यह कह दिया कि उसे अस्पताल पहुंचा देना. इस बीच छात्र की मौत हो गई और घबराहट में ऑटो चालक लाश को रास्ते पर ही छोड़कर भाग गया. बाद में गुम्बर चौक के सिरगिट्टी के पास युवक की लाश मिली.

प्रकरण के मुख्य आरोपी राहुल नामदेव द्वारा अपने अन्य साथियों विनय सांडिल्य व उमेश वर्मा के साथ मिलकर त्रिकोणीय प्रेम संबंध के चलते यश साहू की बेरहमी से मारपीट कर हत्या की गई थी. प्रकरण के सभी आरोपियों को अलग-अलग स्थानों से पतासाजी कर घेराबंदी कर हिरासत में लिया गया. घटना में प्रयुक्त बेल्ट, लकडी का डण्डा और घटना में प्रयुक्त स्कूटी और मारूती ब्रेजा कार को जब्त कर तीनों आरोपियों को यश साहू की हत्या करने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया.