
लंदन। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल मैच के तीसरे दिन के पहले सेशन में भारत ने पहली पारी में 6 विकेट पर 196 रन बना लिए हैं। अजिंक्य रहाणे 52 और शार्दूल ठाकुर 13 रन बनाकर क्रीज पर हैं। रहाणे करियर का 26वां अर्धशतक पूरा कर चुके हैं। रहाणे ने छक्का जमाकर अर्धशतक पूरा किया।
केएस भरत 5 रन बनाकर आउट हुए। उन्हें स्कॉट बोलैंड ने बोल्ड कर दिया।
भारत को फॉलोऑन से बचने के लिए 74 रन की जरूरत है। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 469 रन बनाए हैं।
टॉप ऑर्डर फेल, कोई बल्लेबाज 20 का आंकड़ा पार नहीं कर सका
469 रन के स्कोर के जवाब में भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। पहले तो रोहित और गिल ने कुछ अच्छे शॉर्ट्स दिखाए, लेकिन दोनों ओपनर्स अपनी पारी को बढ़ा नहीं सके। पहले रोहित शर्मा 15 रन बनाकर पैट कमिंस का शिकार बने। फिर गिल भी 13 रन के निजी स्कोर पर रोहित के पीछे-पीछे चल दिए। ऐसे में पुजारा और कोहली से उम्मीदें थीं, लेकिन ये दोनों दिग्गज भी 14-14 रन बनाकर चलते बने। 71 पर चार विकेट गंवाने के बाद रहाणे और जडेजा ने 100 बॉल पर 71 रन की पार्टनरशिप कर कुछ देर भारतीय पारी को बिखरने से रोका। जडेजा अर्धशतक से महज दो रन दूर थे, तभी लायन ने उन्हें स्मिथ के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेज दिया।
पहली पारी में ऐसे गिरे भारत के विकेट
- पहला: छठे ओवर की आखिरी बॉल पर भारतीय कप्तान रोहित शर्मा आउट हुए। उन्हें पैट कमिंस ने LBW कर दिया। रोहित गुड लेंथ बॉल को सामने खेलना चाहते थे, लेकिन बॉल घुटने से नीची रह गई और पैड से टकरा गई।
- दूसरा : शुभमन गिल बोलैंड की इन-स्विंग बॉल को समझ नहीं सके और गुड लेंथ की बॉल गिल की गिल्लियां बिखेरती चली गई। गिल सातवें ओवर की चौथी बॉल पर बोल्ड हुए।
- तीसरा: कैमरन ग्रीन की अंदर आती बॉल को पुजारा समझ नहीं पाए और लेफ्ट कर दी, लेकिन बॉल ऑफ स्टंप ले उड़ी। इससे पहले, गिल भी ऐसे ही आउट हुए थे।
- चौथा: कोहली आउट हुए। विराट मिचेल स्टार्क की बाउंसर को संभाल नहीं सके और बॉल ग्लव्स छूते हुए सेकंड स्लिप पर खड़े स्टीव स्मिथ के पास चली गई, स्मिथ ने कैच पकड़ने में कोई गलती नहीं की।
- पांचवां: लायन ने 35वें ओवर की तीसरी बॉल गुड लेंथ पर डाली, जो ऑफ स्टंप के बाहर जा रही थी, लिफ्टी बैटर जडेजा इस बॉल को डिफेंस करने गए, लेकिन बॉल बल्ले का बाहरी किनारा लेकर स्लिप पर खड़े स्टीव स्मिथ के हाथों में चली गई।
- छठा: बोलैंड की गुड लेंथ से अंदर आती बॉल को भरत समझ नहीं सके और बोल्ड हो गए। तीसरे दिन अपनी पहली ही बॉल पर बोल्ड हो गए।