छत्तीसगढ़: मिशनरी स्कूल पर धर्मांतरण कराने का आरोप, बजरंगियों ने मचाया जमकर हंगामा, किया हनुमान चालीसा का पाठ

दुर्ग। दुर्ग के एक मिशनरी स्कूल में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा मचाया। उनका आरोप है कि यहां शिक्षा की आड़ में धर्मांतरण कराने का खेल चल रहा है। बजरंग दल के लोगों ने पहले तो जमकर प्रदर्शन और विरोध किया। इसके बाद जब बड़ी संख्या में पुलिस पहुंची तो स्कूल के बाहर बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे। बरंगियों मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

जानकारी के मुताबिक दुर्ग के पद्मनाभपुर क्षेत्र स्थित विश्वदीप हायर सेकंडरी स्कूल में क्रिश्चियन समाज का बड़ा आयोजन चल रहा है। इसमें अलग-अलग राज्यों से आए 190 से अधिक बच्चे हिस्सा ले रहे हैं। रविवार शाम जैसे ही इसकी जानकारी हिंदू समाज के नेताओं और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को हुई वो बड़ी संख्या में वहां पहुंच गए। इसके बाद उनके द्वारा वहां जमकर बवाल किया गया। विरोध प्रदर्शन कर ईसाई समाज के खिलाफ नारेबाजी की गई। स्कूल परिसर के अंदर हंगामा होने की सूचना मिलते ही भारी संख्या में पुलिस वहां पहुंच गई। पुलिस ने जांच की बात कहते हुए लोगों को वहां से बाहर किया तो बजरंगियों ने स्कूल के गेट में बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ किया। यह हंगामा कई घंटे तक चलता है। इसके बाद पुलिस ने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया तब जाकर माहौल शांत हुआ।

जिस क्षेत्र में स्कूल संचालित है वहां की जन प्रतिनिधि हेमा जगदीश शर्मा ने कहा कि कल शनिवार को उन्हें जानकारी मिली थी कि स्कूल परिसर में कुछ कार्यक्रम चल रहा है। रविवार को वो वहां देखने पहुंची तो उन्होंने देखा कि वहां बड़ी संख्या में बच्चे पहुंचे हुए थे। उन्होंने बच्चों से पूछा तो उन्होंने बताया कि वो ईसाई धर्म के बारे में सीखने के लिए आए हैं। यदि बच्चों को धर्म के बारे में ही सीखना है तो उन्हें घर में सीखना चाहिए, इस तरह स्कूल में यह करना गलत है।

मिशनरी ने धर्मांतरण के आरोप को बताया गलत
क्रिश्चियन समाज के लोगों और स्कूल प्रबंधन का कहना है कि इस कार्यक्रम में केवल मिशनरी समाज के बच्चे ही शामिल हुए हैं। उन्हें यहां उनके धर्म से जुड़ी शिक्षा दी जा रही है। उन्होंने दूसरे धर्म के बच्चों को बुलाकर धर्मांतरण करने के आरोप को पूरी तरह से गलत बताया है। स्कूल के फादर का कहना है कि ये कार्यक्रम उनके द्वारा हर साल 2015 से आयोजित किया जा रहा है। कोविड के चलते पिछले दो सालों से ये नहीं हुआ था। अब फिर से इसे कर रहे हैं। धर्मांतरण कराने का आरोप गलत है। यहां सभी बच्चे क्रिश्चियन हैं।
बिना जानकारी आयोजन करना पूरी तरह से गलत
दुर्ग के विकासखंड शिक्षा अधिकारी गोविंद साव का कहना है कि यहां 190 से अधिक बच्चे हैं। इस आयोजन के बारे में कोई भी जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को नहीं दी गई। ऐसा करना गलत है। स्कूल प्रबंधन से जवाब मांगा जाएगा। इसके बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।