रायपुर। अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस 1 मई के अवसर पर राजधानी रायपुर के साइंस कालेज मैदान में श्रमिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। मुख्यमंत्री बघेल ने छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर राज्यगीत के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की।
इस मौके पर मुख्यमंत्री बघेल लगभग एक लाख श्रमिकों को विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 47.12 करोड़ रूपए की राशि डीबीटी के माध्यम से उनके बैंक खातों में अंतरित की और आरंग और पाटन में श्रमिक सहायता केन्द्र का शुभारंभ भी किया। इस दौरान सीएम बघेल ने श्रमवीरों के लिए कई घोषणाएं की। साथ ही मुख्यमंत्री ने श्रमिकों संग बोरे बासी का भी आनंद लिया।
– पिछले साढ़े 4 सालों में 2 लाख 94 हजार से अधिक श्रमिकों का पंजीयन श्रम कार्यालय में हुआ है और इन श्रमिकों को रोजगार भी मिला है।
– पंजीकृत निर्माण श्रमिकों की निर्माण स्थल में मृत्यु होने पर एक लाख की बजाए पांच लाख रुपए देने, स्थाई दिव्यांगता पर पचास हजार की जगह ढाई लाख रुपए और अपंजीकृत श्रमिक की निर्माण स्थल पर मृत्यु होने पर एक लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान की जाएगी.
– मेधावी छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत छात्रवृत्ति राशि को बढ़ाया गया है।
– 10वीं और 12वीं में पढ़ाई करने वाले मेधावी छात्र-छात्राओं को 85 प्रतिशत से अधिक अंक लाने पर 5 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि।
– श्रमिकों के जीवन में बदलाव लाने के लिए नवीन योजनाओं की शुरुआत।
– ई-रिक्शा अनुदान की राशि 50 हजार से बढ़ाकर 01 लाख रुपये किया गया है।
– “श्रमेव जयते” ऐप में श्रमिक मोबाइल के माध्यम से आसानी से अपना पंजीयन कर सकते हैं।
– पिछले 4 वर्षों में श्रमिकों के कल्याण के लिए 13 नई योजनाएं संचालित की गई हैं और योजना के अंतर्गत एक सौ 72 करोड़ रुपए से अधिक की राशि प्रदान की गई है।
– श्रमिकों के हितों एवं अधिकारों के संरक्षण के लिए हमेशा कार्य किया जाएगा।
– श्रमिकों को सहायता प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री श्रमिक सहायता केंद्र की शुरुआत की गई है। इस केंद्र के माध्यम से श्रमिकों की समस्याओं का तत्काल समाधान किया जाएगा।
– टोल फ्री नंबर 07713505050 पर कॉल करके श्रमिक सहायता प्राप्त कर सकते हैं।