रायपुर। आज नवा रायपुर स्थित तूता धरना स्थल पर प्रदेशभर के पटवारी धरना दे रहे हैं। इस प्रदर्शन में सभी जिलों से आए हुए 5 हजार पटवारी शामिल हो रहे हैं। जिसके चलते प्रदेश भर में राजस्व और जमीन संबंधी काम प्रभावित हुआ है। इनकी मुख्य मांग है कि नौकरी में वेतन विसंगति दूर किया जाए इसके अलावा राजस्व निरीक्षक पद में योग्यता अनुरूप प्रमोशन किया जाए।
प्रदेश में इन पटवारियों के अलावा कनिष्ठ प्रशासनिक संघ के तहसीलदार और नायब तहसीलदार रैंक के अधिकारियों ने भी आज सार्वजनिक छुट्टी पर रहने की घोषणा की है। इन अधिकारी वर्ग ने भी अपनी कई मांगों को लेकर 1 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल में जाने की घोषणा की है। जिसके पूर्व ये सांकेतिक विरोध के चलते आज छुट्टी पर चले गए हैं।
प्रदेश पटवारी संघ के प्रांताध्यक्ष भागवत कश्यप ने मांगों को लेकर बताया कि वरिष्ठता के आधार पर पटवारियों को राजस्व निरीक्षक के पद पर प्रमोशन किया जाए,विभागीय जांच के बिना किसी भी पटवारी पर एफआईआर दर्ज न हो, महंगाई और स्टेश्नरी के लिए कुल हर महीने भत्ते के तौर पर दिए जाएं, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पटवारियों को भी नक्सल भत्ता दिया जाए।मुख्यालय निवास की बाध्यता समाप्त हो,अतिरिक्त हलके के प्रभार के लिए पटवारियों को अतिरिक्त राशि भत्ते के रूप में दिया जाए और वेतन विसंगतियों को दूर किया जाए। तो वहीं छत्तीसगढ़ कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ ने भी अपनी 13 सूत्रीय मांगें शासन के समक्ष रखी है। जिसमें प्रमुख रूप से वेतन विसंगति, नायब तहसीलदारों को राजपत्रित का दर्जा,तहसीलदारों को डिप्टी कलेक्टर पद पर प्रमोशन, संसाधनों की पूर्ति जैसे कई अन्य मांगों को बतलाया है। जिसे संघ ने सरकार से मांगों को पूरा करने के लिए निवेदन किया है। इसके लिए ये सोमवार को एक दिवसीय सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं। संघ का कहना है कि यदि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता तो 1 मई मजदूर दिवस के दिन हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।