चेन्नई। आईपीएल 2023 के 17वें मैच में चेन्नई सुपर किंग्स को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ अपने घर में तीन रन से हार झेलनी पड़ी। इस हार से सीएसके की टीम पॉइंट्स टेबल में पांचवें स्थान पर बनी हुई है। वहीं, राजस्थान की टीम छह अंकों के साथ शीर्ष पर पहुंच गई है। राजस्थान रॉयल्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में आठ विकेट गंवाकर 175 रन बनाए। जवाब में सीएसके की टीम 20 ओवर में छह विकेट गंवाकर 172 रन ही बना सकी। सीएसके के लिए बतौर कप्तान 200वां मैच खेल रहे धोनी को उनकी टीम स्पेशल गिफ्ट नहीं दे सकी। मैच के बाद धोनी ने बल्लेबाजों पर हार का ठीकरा फोड़ा है।
सीएसके के बल्लेबाज स्ट्राइक रोटेट नहीं कर सके
दरअसल, 176 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी चेन्नई ने एक वक्त 9.2 ओवर में एक विकेट गंवाकर 78 रन बना लिए थे। इसके बाद विकेट गिरना शुरू हुए ऋतुराज गायकवाड़ 10 गेंदों में आठ रन ही बना सके। दूसरे विकेट के लिए अजिंक्य रहाणे और डेवोन कॉनवे ने 68 रन की साझेदारी की। रहाणे ने 19 गेंदों में 31 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली। हालांकि, इसके बाद बीच के ओवरों में सीएसके की रन गति धीमी पड़ गई। शिवम दुबे नौ गेंदों में आठ रन, मोइन अली 10 गेंदों में सात रन और अंबाती रायुडू दो गेंदों में एक रन बनाकर आउट हुए।
बीच के ओवरों में रन चुराने में नाकाम रहे सीएसके के बैटर
इन सभी बल्लेबाजों का स्ट्राइक रेट 100 से भी कम रहा और ये स्ट्राइक रोटेट करने या यूं कहें बीच के ओवरों में एक रन चुराने में भी नाकाम रहे। कप्तान धोनी इससे काफी नाखुश दिखे। धोनी अपने समय के महान रन चेज मास्टर रहे हैं। धोनी या फिर कोहली रन चेज करते हुए स्ट्राइक रोटेट करने और खुद पर दबाव न बनने देने के लिए माहिर थे। ऐसे में वह अपने बल्लेबाजों से भी यही उम्मीद कर रहे थे। इसकी पुष्टि उन्होंने खुद मैच के बाद की।
धोनी ने हार पर क्या कहा?
धोनी ने कहा- स्पिनरों के लिए इस पिच पर बहुत कुछ नहीं था, लेकिन बीच के ओवरों में, हमारे बल्लेबाजों ने बहुत ज्यादा डॉट बॉल खेलीं। अगर गेंद रुक कर आ रही है और पिच पर टर्न हो रही होती तो ठीक है, लेकिन यहां ऐसा नहीं था। हम (वह और रवींद्र जडेजा) आखिरी बल्लेबाजी जोड़ी थे। टूर्नामेंट की शुरुआत में आप नेट रन रेट को को लेकर कुछ नहीं कर सकते थे क्योंकि तब बहुत सारे ओवर थे। हालांकि, इस मैच में हमने बीच के ओवरों में काफी धीमे खेला और काफी देरी कर दी। हम और सिंगल ले सकते थे। हम तुरंत गियर चेंज कर बहुत बड़े शॉट नहीं खेल सकते थे।
राजस्थान के खिलाफ तीन बड़े छक्के लगाने पर धोनी ने कहा कि उन्होंने गेंदबाज के गलतियां करने का इंतजार किया। धोनी ने कहा- मैं बहुत सी चीजें करने की कोशिश नहीं करता। मैं बस गेंदबाजों द्वारा कुछ गलतियां किए जाने का इंतजार करता हूं। आखिरी ओवर में गेंदबाज थोड़ा दबाव में था। आपको खुद को बैक करने की जरूरत होती है। मेरी ताकत सीधे हिट करने के लिए देखना है। धोनी इस बात से भी निराश थे कि उनके बल्लेबाज ओस का फायदा नहीं उठा सके। उन्होंने कहा- हमने ओस की मात्रा देखी और पहले कुछ ओवरों के बाद यह अपेक्षाकृत आसान हो गया। हमें बल्ले से बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए था।
धोनी ने कहा- कुल मिलाकर गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया। कप्तान के रूप में 200 मैच खेलने पर उन्होंने कहा- मैं माइलस्टोन्स पर उतना ध्यान नहीं देता हूं। क्या फर्क पड़ता है अगर वह 199वां मैच हो या 200वां है। 200 मैच खेलना खुशी की बात है, लेकिन जैसा कि मैंने कहा कुछ खास नहीं।
मैच में क्या हुआ?
मैच की बात करें तो सीएसके के कप्तान धोनी ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया था। यशस्वी जायसवाल ने 10 रन की पारी खेली। इसके अलावा जोस बटलर ने 36 गेंदों में 52 रन, देवदत्त पडिक्कल ने 26 गेंदों में 38 रन, रविचंद्रन अश्विन ने 22 गेंदों में 30 रन की पारी खेली। ध्रुव जुरेल चार रन और एडम जैम्पा एक रन ही बना सके। कप्तान संजू सैमसन और जेसन होल्डर खाता भी नहीं खोल सके। चेन्नई की ओर से आकाश सिंह, तुषार देशपांडे और रवींद्र जडेजा ने दो-दो विकेट लिए। वगीं, मोइन अली को एक विकेट मिला।
जवाब में चेन्नई की टीम 20 ओवर में छह विकेट गंवाकर 172 रन ही बना सकी। आखिरी पांच ओवर में सीएसके को जीत के लिए 63 रन बनाने थे। तब धोनी और जडेजा क्रीज पर थे। इन दोनों ने संभल कर खेला और तीन ओवर में 23 रन बनाए। सीएसके को आखिरी 12 गेंदों पर 40 रन की जरूरत थी। 19वें ओवर में जडेजा और धोनी ने 19 रन जोड़े। 20वें ओवर में 21 रन की जरूरत थी, लेकिन चेन्नई की टीम 17 रन ही बना सकी। धोनी ने इस ओवर में दो छक्के भी जड़े, लेकिन सीएसके को जीत दिलाने के लिए यह काफी नहीं था। धोनी 17 गेंदों में एक चौका और तीन छक्के की मदद से 32 रन बनाकर नाबाद रहे। वहीं, जडेजा 15 गेंदों में 25 रन बनाकर नाबाद रहे।