रायपुर। बेमेतरा में हिंसक घटना के विरोध में आज छत्तीसगढ़ बंद किया जा रहा है। कवर्धा-बेमेतरा के पास विश्व हिंदू परिषद और भाजपा कार्यकर्ता सड़क पर उतर गए हैं। इस दौरान बस के चलने से नाराज प्रदर्शनकारियों ने उस पर पत्थर फेंके हैं। रायपुर में स्कूल पहुंचने के बाद कई स्कूलों में छुट्टी देकर बच्चों और स्टाफ को घर भेज दिया गया है। रायपुर पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है।
प्रदर्शनकारियों ने रायपुर के भाटागांव बस स्टैंड से बसों को नहीं चलने दिया। कुछ बसों पर पत्थर भी फेंका है। जिसके बाद पुलिस बल को बुलाया गया है। सुबह 5 बजे से ही प्रदेश के हर जिले में प्रदर्शनकारी बाजार बंद करवाने के लिए निकले हैं। इस मामले में साहू समाज भी समर्थन कर रहा है। क्योंकि बेमेतरा की हिंसक घटना में जिस युवक को मारा गया। वो साहू समाज से था।
VHP और बीजेपी की अगुआई में रायपुर, बिलासपुर, बेमेतरा, और आस-पास के जिलों में हाईवे और शहर के भीतर चक्का जाम की तैयारी है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए रायपुर पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। हालांकि चैंबर ऑफ कॉमर्स से बंद का समर्थन नहीं मिला है। रायपुर में जय स्तंभ चौक, फाफाडीह, तेलीबांधा, नया बस स्टैंड इलाके में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और भाजपा के कार्यकर्ता दुकानें बंद कराने निकले हैं।
छत्तीसगढ़ बंद पर क्या-क्या होगा
- छत्तीसगढ़ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव दोपहर साढ़े 12 बजे बेमेतरा जाकर पीड़ित परिवार से मुलाकात करेंगे।
- परीक्षाओं को ध्यान में रखकर स्कूल-कॉलेज को बंद नहीं कराया जाएगा। लेकिन राजधानी की कुछ स्कूलों में छुट्टी दे दी गई है।
- प्रदर्शनकारी दुकानों, ऑफिस, शॉपिंग मॉल और बाजार को बंद करवाएंगे।
- दोपहर 2 से 3 बजे के बाद स्थिति सामान्य हो सकती है।
- हाईवे पर करीब 2 से तीन घंटे का चक्का जाम किया जा सकता है।
- रायपुर-बेमेतरा समेत कई जिलों में सरकार की रणनीति के विरोध में प्रदर्शन किया जाएगा।
चैंबर ऑफ कॉमर्स ने क्या कहा…
छत्तीसगढ़ प्रदेश की व्यापारिक संस्था चैंबर ऑफ कॉमर्स ने इस बंद का सीधे तौर पर समर्थन नहीं किया है। खुद को अनिर्णय की स्थिति में बता रहे हैं। चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी ने बताया कि, बेमेतरा की घटना पर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग हम करते हैं। विश्व हिंदू परिषद ने आज छत्तीसगढ़ बंद की अपील की है। जिसका समर्थन मांगा गया है।
चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रावधान के अंतर्गत बंद के समर्थन के लिए कम से कम 72 घंटे के अंतर्गत पूर्व सूचना पर कार्यकारिणी एवं व्यापारी संगठनों के पदाधिकारियों की विशेष बैठक बुलाई जाती है, जिसके बाद बंद पर निर्णय लिया जाता है। विश्व हिंदू परिषद ने 24 घंटे से भी कम समय पहले बंद के लिए समर्थन मांगा है। लिहाजा चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज अभी अनिर्णय की स्थिति में है राज्य सरकार से मांग की है कि ऐसे घटना की पुनरावृत्ति न हो। इसके लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए।