मुंबई। आईपीएल 2023 के 12वें मुकाबले में आज पांच बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस का सामना चार बार की चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स से होगा। इस मैच को आईपीएल का ‘एल क्लासिको’ भी कहा जाता है, क्योंकि दोनों लीग की सबसे सफल टीमें हैं। एल क्लासिको स्पेनिश शब्द है, जिसका मतलब होता है उत्कृष्ट। स्पेनिश फुटबॉल में बार्सिलोना-रियल मैड्रिड के मैच को एल क्लासिको कहा जाता है, क्योंकि दोनों ला लीगा की सबसे सफल क्लब हैं।
हिटमैन रोहित शर्मा एक बल्लेबाज और कप्तान के रूप में आईपीएल-16 में बेहतर करने को बेताब हैं। मुंबई को पहले मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर से हार का सामना करना पड़ा था। वानखेड़े स्टेडियम में चेन्नई के खिलाफ होने वाले मुकाबले में मुंबई जीत की पटरी पर लौटने को भरसक प्रयास करेगी। हालांकि, घरेलू दर्शकों के आगे टीम पर अतिरिक्त दबाव होगा।
आंकड़ों में मुंबई बनाम चेन्नई
आंकड़ों की बात करें तो दोनों टीमें अब तक कुल 34 बार आमने-सामने आ चुकी हैं। इनमें से 20 मैच मुंबई और 14 मैच चेन्नई ने जीते हैं। वहीं, मुंबई के वानखेड़े में दोनों टीमें 10 बार भिड़ चुकी हैं। सात मुकाबले मुंबई और तीन मैच चेन्नई ने जीते। दोनों टीमों के बीच पिछले पांच मैचों की बात करें तो मुंबई ने तीन और सीएसके ने दो मैच जीते हैं।
रोहित-ईशान को करनी होगी अच्छी बल्लेबाजी
मुंबई के कप्तान रोहित पिछले कई सत्रों से अपनी प्रतिष्ठा के अनुरूप बल्लेबाजी नहीं कर पा रहे हैं। वह शुरुआत तो अच्छी कर रहे हैं, लेकिन उसे बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पा रहे हैं। सूर्यकुमार यादव कैसा प्रदर्शन करते हैं, इस पर भी काफी कुछ निर्भर करेगा। टीम को पहले मैच के बाद एक हफ्ते का आराम मिला है और इस दौरान टीम ने अपनी कमियों पर मंथन भी किया होगा।
आरसीबी के खिलाफ युवा बल्लेबाज तिलक वर्मा ने अच्छी पारी खेली थी। निहाल बढेरा भी अपने पहले मैच में अच्छा करने में सफल रहे थे। टीम को बल्लेबाजी में संयुक्त प्रयास की जरूरत होगी, खासकर शीर्ष क्रम को। आरसीबी के खिलाफ पहले मैच में मिली हार के दौरान विराट कोहली के सामने मुंबई के गेंदबाज निष्प्रभावी रहे थे।
चेन्नई के गेंदबाजों को सधी हुई गेंदबाजी करनी होगी
मेजबान टीम के लिए यह राहत हो सकती है कि चेन्नई के गेंदबाज राजवर्धन हंगरगेकर और तुषार देशपांडे ज्यादा अनुभवी नहीं है। कप्तान धोनी ने पिछले मैच में गेंदबाजों को ज्यादा वाइड और नो बॉल फेंकने के लिए चेतावनी दी थी। ऐसे में स्पिनर मोइन अली और मिचेल सैंटनर पर चेन्नई की गेंदबाजी का खासा दारोमदार होगा। यह भी संभावना है कि मिचेल सैंटनर की जगह दक्षिण अफ्रीका के यार्कर विशेषज्ञ सिसांदा मगाला को अंतिम एकादश में जगह मिल जाए।
यह भी देखना होगा कि छोटे मैदान में मुंबई के गेंदबाज जोफरा आर्चर, अरशद खान, कैमरन ग्रीन किस तरह फॉर्म में चल रहे ऋतुराज गायकवाड़ या डेवोन कॉनवे पर अंकुश रखने में सफल होते हैं। कप्तान रोहित चोटिल चल रहे जे रिचर्डसन की जगह ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज राइली मेरेडिथ और संदीप वॉरियर को ला सकते हैं। वानखेड़े की नई पिच पर शुरुआत में तेज गेंदबाजों को मदद मिल सकती है। इसका फायदा मुंबई को मिल सकता है क्योंकि पहले दो मैचों में चेन्नई के तेज गेंदबाज असर नहीं छोड़ सके थे।
मुंबई को लगाना होगा ऋतुराज पर अंकुश
यलो बिग्रेड यानी चेन्नई के लिए ऋतुराज और कॉनवे आक्रामक शुरुआत दिलाने में सफल रहे हैं। गायकवाड़ पिछले दो मैचों में अर्धशतक लगाने में सफल हुए हैं। चेन्नई की टीम कामना कर रही होगी कि ऋतुराज ऐसे ही सदाबहार प्रदर्शन करते रहें। लखनऊ के खिलाफ कॉनवे अर्धशतक से चूक गए थे, लेकिन उन्होंने गायकवाड़ के साथ शतकीय साझेदारी कर फॉर्म वापसी के संकेत दे दिए हैं।
मिडिल ओवरों में ऑलराउंडर मोइन अली और शिवम दुबे चेन्नई के लिए महत्वपूर्ण कड़ी हैं। अंबाती रायुडू और कप्तान धोनी ऐसे बल्लेबाज हैं जो अहम मौकों पर आतिशी तेवर दिखा सकते हैं। गेंदबाजी के मोर्चे पर चोट के बाद वापसी करने वाले दीपक चाहर अभी पूरी तरह लय नहीं पकड़ पाए हैं, लेकिन अगर ओस का असर रहा तो वह हालात को भुना सकते हैं।
दोनों टीमों की संभावित प्लेइंग-11
चेन्नई सुपर किंग्स: डेवोन कॉनवे, ऋतुराज गायकवाड़, मोइन अली, बेन स्टोक्स, अंबाती रायुडू, रवींद्र जडेजा, एमएस धोनी (कप्तान और विकेटकीपर), शिवम दुबे, मिचेल सैंटनर/सिसांद मगाला, दीपक चाहर, राजवर्धन हंगरगेकर।
मुंबई इंडियंस: रोहित शर्मा (कप्तान), ईशान किशन (विकेटकीपर), सूर्यकुमार यादव, कैमरन ग्रीन/ट्रिस्टन स्टब्स, तिलक वर्मा, टिम डेविड, नेहल वढेरा, ऋतिक शौकीन, पीयूष चावला, जोफ्रा आर्चर, अरशद खान।