रायपुर। छत्तीसगढ़ में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। इस बीच राजनीति के गलियारे से बड़ी खबर सामने आ रही है। इस बार के विधानसभा चुनाव से जोगी परिवार खुद को दूर रख सकता है। इसकी जानकारी खुद जेसीसीजे के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने दी है। अमित जोगी ने इस संबंध में सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अपनी बात लोगों के सामने रखी है।
अमित जोगी ने पोस्ट कर लिखा कि ‘लोग पूछते हैं कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को मात्र 7 महीने बचे हैं और JCCJ कुछ नहीं कर रही हैं। राजनीति जीवन से कभी बड़ी नहीं हो सकती। मेरे पापा स्वर्गीय अजीत जोगी जी को खोने के बाद मेरे लिए मेरी माँ का स्वास्थ्य छत्तीसगढ़ की सत्ता से कहीं ज्यादा सर्वोपरि है और जब तक वह पूरी तरह स्वस्थ्य नहीं हो जाती मैं उनके साथ साये की तरह रहूँगा। मेरा दुर्भाग्य है कि पापा के आखिरी क्षणों में मैं उनके साथ नहीं रह पाया। इस गलती को मैं मम्मी के साथ नहीं दोहरा सकता। इसीलिए मेरा प्रथम उद्देश्य मम्मी का स्वस्थ होना है। बाकी राजनीति करने के लिए पूरी उम्र पड़ी है।
उनके इस पोस्ट के बाद समर्थकों में निराशा की लहर है। हालांकि जेसीसीजे के कार्यकर्ताओं का कहना है कि अमित जोगी का निर्णय सर्वोपरि है। परिवार से बढ़कर राजनीति नहीं हो सकती। पहले परिवार है फिर राजनीति। राजनीति के लिए पूरी उम्र पड़ी है।
पिछले बार के मरवाही उपचुनाव की बात करें, तो जोगी परिवार इस चुनाव से बाहर हो गया था। हालांकि मरवाही सीट जोगी परिवार की सबसे सुरक्षित सीट मानी जाती थी। छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी यहां ही चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचते थे।
उनके निधन के बाद जब उपचुनाव कराया गया तो, जिला प्रशासन ने उनकी जाति फर्जी बताकर इस सीट से अमित जोगी और उनकी पत्नी ऋचा जोगी का नामांकन निरस्त कर दिया था। इस वजह से प्रदेश में पहली बार मरवाही से जोगी परिवार दूर रहा। इस बीच कयास लगाए जाने लगे कि अब जोगी परिवार का राजनीति विरासत खतरे में है। हालांकि अमित जोगी प्रदेश के विधानसभा क्षेत्रों में आंदोलन और प्रदर्शन के जरिए सक्रिय रहते हैं।