IPL 2023: नो बॉल और मध्यक्रम के खराब खेल ने चेन्नई को हराया, जानें धोनी पर कैसे भारी पड़े हार्दिक

अहमदाबाद। आईपीएल 2023 के पहले मुकाबले में चेन्नई सुपरकिंग्स को गुजरात के हाथों पांच विकेट से हार का सामना करना पड़ा है। इस मैच में चेन्नई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट पर 178 रन बनाए थे। गुजरात ने पांच विकेट खोकर चार गेंद रहते 182 रन बना लिए और मुकाबला अपने नाम किया। आईपीएल में दोनों टीमों के बीच अब तक तीन मुकाबले हुए हैं और हर बार गुजरात ने जीत हासिल की है। गुजरात के लिए सबसे ज्यादा 63 रन शुभमन गिल ने बनाए। वहीं, चेन्नई के लिए ऋतुराज गायकवाड़ ने सबसे ज्यादा 92 रन बनाए। 

इस मैच में चेन्नई ने शानदार शुरुआत की थी और ऐसा लग रहा था कि धोनी की टीम जीत के साथ टूर्नामेंट की शुरुआत करेगी, लेकिन अंत में हार्दिक की सेना मैच अपने नाम करने में सफल रही। आइए जानते हैं, कैसे गुजरात ने खराब शुरुआत के बावजूद यह मैच जीत लिया। 

मैच के टर्निंग प्वाइंट

  • चेन्नई ने 14 रन पर पहला विकेट गंवा दिया था, लेकिन ऋतुराज गायकवाड़ और मोईन अली ने तेजी से रन बनाकर मैच का रुख पलट दिया और पावरप्ले में टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया।
  • चेन्नई ने 12 ओवर में 114 रन बनाए थे, लेकिन इसके बाद गुजरात के गेंदबाजों ने दबाव बनाया। ऋतुराज और जडेजा एक ही ओवर में आउट हुए। इससे यह टीम 200 रन तक नहीं पहुंच सकी। 
  • 179 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए गुजरात ने 18 ओवर में 156 रन पर पांच विकेट गंवा दिए थे। नए बल्लेबाज राशिद खान क्रीज पर थे और तेवतिया नौ गेंद में चार रन बनाकर खेल रहे थे। ऐसे में लग रहा था कि चेन्नई की टीम मैच जीत सकती है, लेकिन राशिद खान ने शुरुआती दो गेंदों का सामना करते हुए एक चौका और एक छक्का लगाया। यहीं से मैच पलट गया और गुजरात जीत गई।


कैसा रहा दोनों कप्तानों का प्रदर्शन
गुजरात के कप्तान हार्दिक पांड्या इस मैच में गेंद और बल्ले दोनों के साथ कुछ खास नहीं कर पाए। गेंद के साथ उन्होंने तीन ओवर में 28 रन लुटा दिए और कोई विकेट भी नहीं हासिल कर सके। वहीं, बल्ले के साथ उन्होंने 11 गेंद में आठ रन बनाए और खराब शॉट खेलकर आउट हो गए। हालांकि, बतौर कप्तान उन्होंने अपने खिलाड़ियों का मनोबल बनाए रखा। इस वजह से गुजरात की टीम खराब शुरुआत के बावजूद चेन्नई को 178 रन पर रोकने में सफल रही। अहमदाबाद की पिच पर यह स्कोर मुश्किल नहीं था। वहीं, धोनी ने बल्ले के साथ सात गेंद में 14 रन जरूर बनाए, लेकिन वह आठवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए। अगर वह पहले बल्लेबाजी के लिए आते तो ज्यादा योगदान दे सकते थे और अपनी टीम को अच्छे स्कोर तक पहुंचा सकते थे। उनकी यही गलती टीम की हार की वजह बनी।

लड़ती रही गुजरात की टीम
179 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए गुजरात की शुरुआत कुछ खास नहीं थी। 37 रन के स्कोर पर पहला विकेट गिर गया था। इसके बाद भी नियमित अंतराल पर गुजरात के विकेट गिरते रहे, लेकिन यह टीम हिम्मत नहीं हारी और मैच अपने नाम किया। गुजरात की जीत में हर खिलाड़ी ने योगदान दिया। साहा ने 16 गेंद में 25 रन की पारी खेली पावरप्ले में तेजी से रन बनाए। इसके बाद साई सुदर्शन ने 17 गेंद में 22 रन बनाकर बीच के ओवरों में रन रेट बनाए रखा। शुभमन गिल ने 36 गेंद में 63 रन की पारी खेली और अपनी टीम को लक्ष्य का पीछा करने की स्थिति में पहुंचाया। अंत में विजय शंकर ने 21 गेंद में 27 रन बनाकर गुजरात को लक्ष्य के करीब पहुंचाया। अंत में राशिद खान और तेवतिया ने मिलकर मैच खत्म कर दिया। 

नो बॉल बनी चेन्नई की समस्या
इस मैच में चेन्नई ने 12 अतिरिक्त रन दिए। इनमें दो नो गेंद भी शामिल थी। दोनों नो गेंद की फ्री हिट पर चौका या छक्का लगा। इससे गुजरात के बल्लेबाजों के ऊपर से दबाव कम हुआ और चेन्नई के गेंदबाजों की मेहनत बेकार हुई। आने वाले मैचों में चेन्नई के गेंदबाजों को अपनी लाइन और लेंथ पर काम करना होगा। कप्तान धोनी ने भी मैच के बाद इस चीज पर जोर दिया।

फेल हुआ चेन्नई का मध्यक्रम
चेन्नई की टीम ने 12 ओवर में तीन विकेट पर 114 रन बना लिए थे। ऋतुराज 70 और रायुडू 11 रन बनाकर खेल रहे थे। ऐसे में लग रहा था कि चेन्नई की टीम आसानी से 200 रन से ज्यादा का स्कोर बनाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। 13वें ओवर में रायुडू आउट हुए। इसके बाद अगले तीन ओवर में सिर्फ 19 रन बने। राशिद के 17वें ओवर में जरूर 11 रन बने, लेकिन अगले ओवर में गायकवाड़ और जडेजा दोनों आउट हो गए। यहीं से चेन्नई की गाड़ी पटरी से उतर गई। 

शिवम दुबे ने 18 गेंद में 19 रन की धीमी पारी खेली और 19वें ओवर में आउट हो गए। धोनी ने सात गेंद में 14 रन बनाए, लेकिन चेन्नई की टीम 178 रन तक ही पहुंच सकी। शुरुआती 12 ओवर में तीन विकेट पर 114 रन बनाने वाली टीम ने आखिरी आठ ओवर में सिर्फ 64 रन बना पाई और चार विकेट गंवा दिए। चेन्नई की टीम 200 रन तक नहीं पहुंच सकी और यही रन उसकी हार के कारण बने।

हिम्मत नहीं हारे गुजरात के गेंदबाज
इस मैच में चेन्नई ने शानदार शुरुआत की थी और बड़े स्कोर की तरफ बढ़ रही थी, लेकिन गुजरात कें गेंदबाजों ने हार नहीं मानी। पहले कंजूसी से गेंदबाजी कर चेन्नई के बल्लेबाजों पर दबाव बनाया। इसके बाद एक ही ओवर में ऋतुराज और रवींद्र जडेजा को आउट कर चेन्नई को बड़ा स्कोर बनाने से रोका। इसी वजह से दूसरी पारी में भी विकेट गिरने के बावजूद यह टीम मैच में बनी रही। 

ऋतुराज और मोईन ने दिलाई शानदार शुरुआत
इस मैच में चेन्नई का पहला विकेट तीसरे ओवर में ही गिर गया था। डेवोन कॉन्वे छह गेंद में सिर्फ एक रन बनाकर आउट हो गए थे। इस समय टीम का स्कोर सिर्फ 14 रन था। इसके बाद ऋतुराज गायकवाड़ और मोईन अली ने शानदार बल्लेबाजी की। दोनों ने पावरप्ले में ही टीम का स्कोर 50 रन तक पहुंचा दिया। अली 17 गेंद में 23 रन बनाकर आउट हो गए, लेकिन तब तक वह अपना काम कर चुके थे।